नई दिल्ली: फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को लेकर बहस थमने का नाम नहीं ले रही है. नेशनल कॉफ्रेंस (NC) ने फिल्म को लेकर कहा हैं कि फिल्म निर्माताओं ने आतंकवाद से पीड़ित मुसलमानों और सिखों के संघर्ष की अनदेखी की है. यह सच से बहुत दूर है, तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने एक पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि पोस्ट में बहुत हद तक यह सही है. कश्मीरी पंडितों को काफी नुकसान उठाना पड़ा. हमें उनके अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए. कश्मीरियों को न्याय मिलना चाहिए.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बिलाल जैदी की फेसबुक पर किए गए पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि इस पोस्ट में बहुत हद तक यह सही है: कश्मीरी पंडितों को बहुत नुकसान हुआ. हमें उनके अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए, किन्तु कश्मीरी मुसलमानों का खलनायक कहने से पंडितों को कोई सहायता नहीं मिलने वाली. नफरत बांटती है और मारती भी हैं. कश्मीरियों को इंसाफ चाहिए. सभी को सुनने, मदद करने और सही करने की आवश्यकता है.
बता दें कि बिलाल जैदी ने अपने पोस्ट पर लिखा था कि, कश्मीरी पंडितों की पीड़ा वास्तविक थी/है. केवल इसलिए कि एक प्रोपैगेंडिस्ट ने इस विषय पर फिल्म बनाई है, या यह कि दक्षिणपंथी जब भी संभव हो इसे हाईजैक करने का प्रयास करते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि कश्मीरी पंडितों को उनके घरों से बाहर नहीं निकाला गया था. तादाद कोई मायने नहीं रखती. भले ही अल्पसंख्यक समुदाय के 3 सदस्य मारे गए हों, किन्तु नफरत की वजह से किसी भी निर्दोष की जान नहीं जानी चाहिए. जब तक आप पीड़ित लोगों के दर्द को स्वीकार नहीं करेंगे तो तब तक आप किसी भी मतभेद का समाधान नहीं कर सकते.
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