नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव में अब अधिक समय नहीं बचा है। 22 वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद कांग्रेस में इस पद के लिए चुनाव होने वाला है। कुछ दिन पहले ही अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने चैलेंज किया था कि वो ओपन पब्लिक डिबेट के लिए तैयार हैं। इसके बाद उनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे ने पलटवार करते हुए कहा था कि हमें आपस में नहीं लड़ना है बल्कि मिलकर भाजपा से लड़ना है।
खड़गे के इस बयान पर थरूर ने सहमति तो जताई, लेकिन साथ ही कहा है कि भाजपा से लड़ने के लिए नए सिरे से मजबूत कांग्रेस की आवश्यकता है। मल्लिकार्जुन खड़गे से बहस की पैरवी करने के बाद सोमवार (3 अक्टूबर) को थरूर ने कहा कि वह खड़गे की इस बात से सहमत हैं कि दोनों को एक-दूसरे से नहीं, बल्कि भाजपा के खिलाफ लड़ना है। थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि कांग्रेस में हम सभी लोगों को एक दूसरे की बजाय भाजपा से लड़ना है। हमारे बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है।’
थरूर ने आगे कहा कि, ’17 अक्टूबर को वोट डालने वाले हमारे साथियों को केवल यह तय करना है कि इसे (भाजपा के खिलाफ लड़ाई) कैसे सर्वाधिक प्रभावी तरीके से किया जा सकता है।’ बता दें कि, थरूर ने रविवार को कहा था कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सार्वजनिक बहस करने को तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की पार्टी में उसी प्रकार से दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।
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