आप जानते ही होंगे कि हिंदू धर्म में कई ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिनके जाप से आपका कल्याण हो सकता है. जी हाँ, वहीं इनमे ज्यादातर मंत्रों का प्रयोग देवी-देवताओं को खुश करने के लिए किया जाता है लेकिन क्या आप जानतें है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे मंत्र है जिनसे देवी-देवताओं के साथ नवग्रह के स्वामी को भी खुश किया जा सकता है. जी हाँ, और केवल इतना ही नहीं बल्कि इन खास मंत्रों के प्रभाव से हमारे जीवन के साथ-साथ ग्रहों की चाल भी प्रभावित होती है और इसी के साथ सब कुछ सही हो जाता है. वहीं कुछ ज्योतिष कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति का जीवन नाकामयाबी की तरफ़ बढ़ रहा हो तो उनक मंत्रों के जाप से वो अपने जीवन की दिशा तक बदल जा सकती है. अब ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे खास मंत्र के बारे में जिसका जाप करने से आपको कई तरह के फायदें मिल सकते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं वह मंत्र. जी दरअसल कहते हैं जब शत्रु बढ़ते जा रहे हों तो ऐसी स्थिती में एक ऐसे मंत्र का जाप करना चाहिए जिससे कामयाबी पाई जा सके और शत्रुओं को खत्म किया जा सके. यह है वो मंत्र जिसका जाप से जीवन पर पड़ने वाले ग्रहों के प्रतिकूल असर को कम करेगा, बल्कि शत्रुओं का भी नाश करेगा.
मंत्र -
ॐ श्रीम ह्रीम क्लीम दोम
ज्वाला ज्वाला शूलीनी..
आस्या याजामानास्या
सर्वा शत्रून संहारा संहारा..
क्षेम लभाम कुरू कुरू
दुष्टा ग्राहम हम फट स्वाहा..
ज्योतिष शास्त्र की माने तो इन मंत्रों का जाप करने से बड़े से बड़े से शत्रु से आसानी से छुटाकारा मिल जाता है. इसी के साथ ग्रहों की चाल सुधरने लगती है और घर में सुख और शांति आना शुरू हो जाती है.
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