पटना : जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती आतंकी हमले से दुखी भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने जल्दबाजी में जवाबी कार्रवाई के प्रति सचेत किया है. अभिनेता से राजनीति में आए शत्रुघ्न ने कहा है कि कहीं जोश में अपना होश न खो बैठना. मैं जानता हूं कि पुलवामा में जो भी हुआ है, उसके बाद सबका खून उबल रहा है. यह कायरता का बेहद बेशर्मी भरा कृत्य है और इससे सबसे कठोर तरीके से बदला लिया जाना चाहिए.
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हालाँकि, शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बारे में भी आगाह किया है कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमसे हिंसा के इस उन्मादी कृत्य का करारा जवाब देने का वादा किया है. हमें आक्रोश में आकर जवाब नहीं देना चाहिए. हम सभी भारतीय घायल और दुखी हैं. हमें कुछ करने से पहले अपने अगले कदम के बारे में गहराई से विचार करना चाहिए. पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की टिप्पणी पर प्रत्यक्ष रूप से बोलने से मना करते हुए शत्रुघ्न ने राजनेताओं को इस प्रकार के बयान देने के प्रति सावधान रहने को कहा है. उन्होंने कहा है कि किसी को भी कुछ कहने को लेकर सावधानी बरतने की आवश्यकता है. भारतीय जनता अभी अमनपसंद आवाजें नहीं सुनना चाहती है. इस वक्त भारत बहुत गुस्से में है.
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क्या भारत को बॉलीवुड में सभी पाकिस्तानी कलाकारों को बैन कर देना चाहिए? इस पर शत्रुघ्न ने जवाब देते हुए कहा है कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पाकिस्तानी कलाकारों के साथ क्या करना चाहिए, इस बारे में अभी सोचना तक भी उचित नहीं होगा. मैं यही कहना चाहूंगा कि ये मोहम्मद रफी, किशोर कुमार, लता मंगेशकर और आशा भोसले की धरती है. हमें किसी दूसरे देश के गायकों की आवश्यकता ही क्यों पड़ती है?
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