'देख ली तेरी ईमानदारी ए दिल, तू मेरा और तुझे फ़िक्र किसी और की'

'देख ली तेरी ईमानदारी ए दिल, तू मेरा और तुझे फ़िक्र किसी और की'
Share:

* गुरूर किस बात का साहब।
आज मिटटी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे।

* हमने चेहरे पर मुस्कराहट रखकर।
आईने को अक्सर गुमराह रखा।

* देख ली तेरी ईमानदारी ए दिल।
तू मेरा और तुझे फ़िक्र किसी और की।

तीज के मेले में घुस गया सांड, आतंक से कई लोग पहुंचे अस्पताल

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -