मुंबई : पुरानी कहावत है कि चोर चोरी से जाए , हेराफेरी से न जाए यह बात अपनी बेटी शीना की हत्या के जुर्म में बाइकुला जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी पर सही साबित होती है, क्योंकि इंद्राणी पर आरोप है कि उसने एक कैदी की मौत के बाद महिला कैदियों को भड़काकर जेल में हिंसा कराई.इस मामले में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है .
मिली जानकारी के अनुसार मुंबई के बाइकुला जेल में बंद एक कैदी की मौत के बाद इंद्राणी मुखर्जी ने महिला कैदियों को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाया. यही नहीं उनके बच्चों का इस्तेमाल करते हुए जेलकर्मियों उत्तेजित किया.जिससे कैदियों ने जेल की छत पर चढ़कर जमकर हंगामा ,मारपीट और तोड़फोड़ की.जेल प्रशासन ने जाँच में पाया कि इस मामले में इंद्राणी मुखर्जी इस हंगामे की मास्टर माइंड हैं. करीब 200 कैदियों के खिलाफ जेलकर्मियों से मारपीट कर हिंसक प्रदर्शन करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. अभी जांच चल रही है.
बता दें कि खुराफाती इंद्राणी मुखर्जी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रही हैं. कैदियों को हिंसा के लिए उकसाने से पहले उस पर अपने पति पीटर मुखर्जी के फर्जी दस्तख्त करके दो बैंकों को चिट्ठी लिखी थी. जिसमें लिखा था कि पीटर अपना हक सरेंडर कर रहे हैं. इस खत के जरिये इंद्राणी मुखर्जी पूरा पैसा हड़पना चाहती थीं. इस मामले ने सनसनी मचा दी थी. स्मरण रहे कि मुंबई के सिंडिकेट बैंक और न्यूजीलैंड के एक बैंक में इंद्राणी और पीटर का ज्वाइंट अकाउंट है.
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