लखनऊ। कांग्रेस द्वारा उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी जैसे दलों के ही साथ निर्वाचन से पूर्व गठबंधन किए जाने की संभावना की बात कही गई है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने सीएम अखिलेश यादव के पक्ष में मुकाबले से हटने की पेशकश की। उत्तरप्रदेश समेत 5 राज्यों हेतु चुनाव की तारीख की घोषणा के शीघ्र बाद कांग्रेस ने फासीवादी शक्तियों को सत्ता में आने से रोकने हेतु समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के विकल्प खुले रखने के संकेत भी दिए।
कांग्रेस का मत था कि उत्तरप्रदेश में इस तरह की शक्तियों को रोका जाए जो कि कांग्रेस, सपा और अन्य विचारधाराओं से अलग हो। दरअसल कांग्रेस की ओर से यह जानकारी सामने आई है कि उत्तरप्रदेश में कांग्रेस अपने दम पर सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इतना ही नहीं इस मामले में गठबंधन पर किसी तरह की चर्चा नहीं हुई।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को किसान यात्रा के तहत लोगों का समर्थन मिला है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की अपुष्ट जानकारी है। यदि कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करती है तो फिर यूपी में युवा मुख्यमंत्री की संभावना है।
हालांकि उन्होंने इस मामले में स्पष्टतौर पर कुछ भी नहीं कहा। मिली जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि फिलहाल वे सभी 403 सीटों पर स्क्रीनिंग की सिफारिश कर रहे हैं।
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