नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यव्स्था को मजबूती प्रदान करने वाला शेयर बाजार हाल में अपने नीचे पायदान पर आ गया है और कहा जा रहा है कि आगामी माह में बाजार के और नीचे जाने की संभावना जताई जा रही है। देखा जाए तो सितंबर माह में शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं रूपए के निचले स्तर पर आने से बाजार काफी कमजोर हुआ है।
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देश में कुछ समय में बढ़े कच्चे तेल के दामों से भी बाजार कमजोर हुआ है। वहीं सितंबर माह में शेयर बाजार में 6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा पिछले माह में सेंसेक्स में 2417.93 प्वाइंट की गिरावट रही वहीं निफ्टी में 750.05 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई है।
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भारत के बाजार में जहां कच्चे तेल की बढ़ी हुई कीमतों का असर पड़ता है। तो वहीें इससे शेयर बाजार में इससे काफी नुकसान भी होता है। भारत में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से भारत की अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ा है और अब कच्चा तेल 71 रुपये प्रति बैरल से बढ़कर 82 रुपये पर पहुंच गया है। वहीं बाजार में आई इस तरह की गिरावट के मुख्य कारण रूपए में कमजोरी, कच्चे तेल के बढ़ते दाम व एनबीएफसी में तरलता की कमी है। जिससे भारत में बाजार अपने नीचे स्थान पर आ गया है।
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