अमृतसर: पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी हलचल तेज होती जा रही है। ताजा खबर यह है कि शिरोमणि अकाली दल (SAD), बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकते हैं। सब कुछ सही रहा है तो शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। बता दें, शिअद अब तक NDA का हिस्सा था, किन्तु कृषि बिल के मुद्दे पर उसने नाता तोड़ लिया। इस प्रकार कई वर्षों से साथ रहे भाजपा और शिअद का नाता टूट गया था।
BSP और SAD 1996 के लोकसभा चुनावों के बाद यानी लगभग 27 साल बाद साथ आ रही हैं। तब इस गठबंधन ने पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 11 पर जीत दर्ज की थी। उस वक़्त, बसपा ने उन सभी तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी जिस पर उसने चुनाव लड़ा था और SAD ने 10 में से आठ पर जीत हासिल की थी। तब कांशीराम बसपा चीफ थे और उन्होंने भी होशियारपुर से चुनाव लड़ा था। नए सिरे से गठबंधन बनने के पीछे शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की बड़ी भूमिका बताई जा रही है।
उधर, पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस में भी हलचल मची हुई है। पंजाब में कांग्रेस दो हिस्सों बंटी दिख रही है। एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं, तो दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू। दोनों धड़े अब खुलकर आमने-सामने आ गए हैं, जिसकी आवाज पार्टी आलाकमान तक पहुंच चुकी हैं। विवाद सुलझाने के लिए तीन नेताओं की कमेटी बनाई, जिसने रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी है। हालांकि अब तक विवाद का कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है।
बड़ी बहन ने अखिलेश तो छोटी बहन ने की अमित शाह से मुलाकात, जानिए क्या है बात
बंगाल में सांसद सुरक्षित नहीं तो जनता क्या होगी ? अब TMC कार्यकर्ताओं का निशाना बने जयंत रॉय !
गर्भवती हैं नुसरत जहां, बेबी बंप फ्लॉन्ट करते हुए सामने आई ये पहली तस्वीर