अमृतसर: पंजाब में अगले साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव 2021 के बीच केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का विरोध प्रदर्शन जारी है। तो वहीं दूसरी ओर पंजाब में शिअद के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुखदेव ढींडसा ने भी पार्टी पर हमला बोला है। बीते दिन, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के लिए अकाली दल को जिम्मेदार ठहराया था।
बुधवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रेस वार्ता कर अकाली दल के बादल परिवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि बादल परिवार ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों की नींव रखी। उन्होंने आगे कहा कि पहले अकाली दल और फिर केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों पर पक्ष रखा था। सबसे पहले पंजाब विधानसभा में अकाली दल ने कृषि कानून को लागू करने का प्रस्ताव पेश किया था। उन्होंने यह भी बताया था कि पंजाब में ऐसा कानून वर्ष 2013 में बादल सरकार ने विधानसभा में पेश किया था, जिसे अब केंद्र की मोदी सरकार ने संसद में पेश ही नहीं किया, बल्कि पारित भी करवा दिया।
उन्होंने कहा था कि तत्कालीन बादल सरकार द्वारा विधानसभा में लाए गए अधिनियम में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का कोई उल्लेख नहीं था। पंजाब में बादल सरकार जो कानून पेश किया, उसे फिर केंद्र सरकार ने लागू किया। कानून पारित होने तक अकाली दल NDA का हिस्सा थी।
दक्षिण भारत में इस्लामिक खलीफा स्थापित करना चाहते थे आतंकी, NIA की चार्जशीट में खुलासा
केंद्र ने 120 करोड़ रुपये की PLI योजना को दी मंजूरी