उज्जैन। बारह ज्योतिलिंगो में से एक विश्वविख्यात महाकालेश्वर मंदिर में, अगले महिने की 18 तारीख को महाशिवरात्रि का उत्सव मनाया जाएगा। मंदिर के सबसे बड़े उत्सव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। इस बार प्रशासन का अनुमान है कि, महाकाल लोक के कारण करीब 10 लाख श्रद्धालु बाबा महाकालेश्वर के दर्शन को पहुंचेगें। जिसके लिए तैयारिंयां हर बार से थोड़ी ज्यादा करना होगी।
इस बार नए वर्ष के पहले दिन ही रिकार्ड तोड़कर तकरीबन 5 लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे थे। महाकाल लोक के कारण मंदिर में भीड़ प्रबंधन करने में प्रशासन को ज्यादा परेशानी नही हुई। वैसे मंदिर परिसर में जगह की कमी के कारण भीड़ का दबाव बढ़ जाता है। इस बार महाशिवरात्रि उत्सव 18 फरवरी को मनाया जाएगा। मंदिर प्रशासन के पास अभी तैयारियां करने के लिए एक महिने का समय है। मंदिर के अंतर्गत कोटि तीर्थ कुंड व गर्भगृह में रजत मंडित दीवार की साफ सफाई शुरू कर दी गई है। मंदिर समिति के द्वारा महापर्व पर दर्शन व्यवस्था को लेकर प्लान तैयार किया जा रही है।माना जा रहा है कि,इस बार महाशिवरात्रि पर देशभर से तकरीबन 10 लाख श्रद्धालु दर्शन करने आ सकते है, जिसके चलते बड़े स्तर पर दर्शन के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है।
10 फरवरी से शिव नवरात्र की शुरुआत होगी और भगवान महाकाल दूल्हा बनेंगे वहीं, नौ दिन तक संध्या आरती में भगवान का रोज़ नया शृंगार होगा। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि उत्सव के दौरान दिनभर भगवान का जलाभिषेक किया जाएगा। महानिषाकाल में भगवान महाकाल की महापूजा की जाएगी। 19 फरवरी को सुबह 4 बजे भगवान के शीश पर फूल व फलों से बना सेहरा सजाया जाएगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे, साल में एक बार दिन में होने वाली भस्म आरती की जाएगी।
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