मुबंई: देश के चर्चित मामलों में से एक राम मंदिर मामला भी है। जो बीते कई सालों से देश में चल रहा है। जानकारी के अनुसार बता दें कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे का असर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी दिखाई दिया। शनिवार की शाम शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में सरयू तट पर जब महाआरती की तो उसी समय अयोध्या न जाने वाले शिवसैनिकों ने मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई व पूरे राज्य में मंदिरों में महाआरती की।
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यहां बता दें कि 26 साल पहले 1992 में जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद का ढांचा टूटा था तब मुंबई में दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने मुंबई में महाआरती की थी। उसके बाद शनिवार को एक बार फिर शिवसैनिकों के घंटानाद से मंदिर गूंज उठे।
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यहां बता दें कि शिवसेना प्रवक्ता हर्षल प्रधान ने बताया कि सभी शिवसैनिक अयोध्या नहीं जा सके, जो अयोध्या नहीं जा पाए उन्होंने अपने नजदीक के मंदिरों में महाआरती की। मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक और मुम्बादेवी मंदिर में बड़ी संख्या में शिवसैनिकों ने महाआरती में भाग लिया। इस दौरान मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में शिव सैनिकों के साथ डिब्बा वाले भी शामिल हुए।
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