मुंबई : शिवसेना ने बीजेपी पर फिर ताना मारा है. शिवसेना के मुख पत्र 'सामना' में लिखे आलेख में कहा गया है कि बीजेपी महाराष्ट्र में चुनाव तो जीत लेगी, उसे राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार भी मिल जाएगा लेकिन क्या वह कश्मीर को बचा पाएगी.
उल्लेखनीय है कि सामना में के लेख मे कहा गया है कि अमित शाह और उनकी पार्टी की निगाहें महाराष्ट्र के मध्यावधि चुनाव पर हैं. जबकि हम मध्यावधि चुनाव के नतीजों के बजाय कश्मीर और दार्जिलिंग में हो रही हिंसा को लेकर चिंतित हैं. शाह का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार अंतिम दौर में है. जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती खुलेआम जवानों पर युवाओं द्वारा की गई पत्थरबाजी को समर्थन करती हैं वहां के हालात के लिए जवानो को जिम्मेदार बताती हैं.लेकिन बीजेपी इस मुद्दे पर महबूबा से कुछ नहीं कहती.
बता दें कि सामना के आलेख में किसानों की समस्या, कश्मीर और दार्जिलिंग बिगड़ते हालात मासूमों की हत्या का भी जिक्र किया गया है.पश्चिम बंगाल की स्थिति पर कहा गया कि बिगड़ी हुई स्थिति का राजनीतिक फायदा लेने के बारे में नहीं सोचना चाहिए. अगर कुछ हुआ तो महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होंगे. शाह के अनुसार वे यहां सरकार बना लेंगे. आप राष्ट्रपति का उम्मीदवार भी चुन लेंगे और उसे जिता भी लेंगे. सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि क्या आप कश्मीर बचा पा रहे हैं?
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