नई दिल्ली: विश्व मुक्केबाज़ी सीरीज (डब्ल्यूएसबी) प्रतियोगिता में इंडियन टाइगर्स 21 व् 22 अप्रैल को होने वाले मैच में रूस की पैट्रियट टीम और चीन की चाइना ड्रैगन से लोहा लेने रिंग में उतरेंगे. इस दौरन 60 किलोग्राम वर्ग में शिव थापा और 52 किलोग्राम वर्ग में कविंदर बिष्ट से भारत को उमीदें होंगी. इससे पहले हुए तीनों मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा है, इस बार भारत के पास बदला चुकाने का मौका होगा.
हालांकि यहाँ मुकाबला शुरू होने से पहले ही माहौल गरमा गया है क्योंकि रूस ने मुक्केबाज़ों के स्वास्थ को लेकर नॉएडा में होने वाले पांच मुकाबलों को बहरी स्थल पर करवाने के फैसले पर आपत्ति जताई है. रुसी टीम का कहना है कि इस गर्मी के मौसम में कड़ी धुप में मुक़ाबला करने पर खिलाड़ियों की सेहत पर असर पड़ सकता है, रूस ने मुकाबलों के लिए वातानुकूलित हॉल की मांग की थी.
वहीं भारत के हाई परफोरमेन्स निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा है कि भारत के लिए ये मुकाबले आसान नहीं होंगे, लेकिन हमने काफी प्रैक्टिस की है और हम खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं. इससे पहले 2014 में डब्ल्यूएसबी में हिस्सा ले चुके शिव थापा इस बार नई ऊर्जा के साथ रिंग में वापसी करेंगे. आपको बता दें कि 2014 में उन्हें यूएसए नाकआउट टीम के हाथों दोनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा था. वहीं चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुँच चुके कविंदर बिष्ट ने डब्ल्यूएसबी में खेले गए अपने एकमात्र मैच में कजाकिस्तान को हराया था, अब उनसे भारत को फिर जीत की उम्मीद रहेगी.
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