नई दिल्ली: पंजाब-महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक के बाद अब एक और को-ऑपरेटिव बैंक का घोटाला प्रकाश में आया है। इस को-ऑपरेटिव बैंक का नाम शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक है। पुणे मुख्यालय वाले शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक लिमिटेड के कामकाज में गंभीर अनियमितता उजागर हुईं है। इसके बाद बैंक के निदेशक मडंल को बर्खास्त कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद बैंक के तक़रीबन एक लाख खाता धारक फिलहाल अपना पैसा बैंक से नहीं निकाल पा रहे हैं।
घोटाले का खुलासा होने के बाद बैंक के निदेशक मडंल को बर्खास्त करके प्रशासक नियुक्त कर दिया गया है। इससे बैंक के तक़रीबन एक लाख ग्राहक प्रभावित हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इस बैंक के प्रमोटर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य अनिल शिवाजीराव भोसले हैं। सहकारिता आयुक्त सतीश सोने ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि RBI द्वारा अप्रैल 2019 में एक स्पेशल जांच की गई थी। इस जांच में शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक लिमिटेड बैंक के कामकाज में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं हैं।
आदेश में यह भी कहा गया है कि शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक के वर्तमान निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया गया है। इस निदेशक मंडल के स्थान पर उप-जिला रजिस्ट्रार नारायण आघव को प्रशासक बनाया गया है। आदेश में बताया गया कि सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार और सहकारी आयुक्त ने RBI के साथ विचार विमर्श करने के बाद यह फैसला लिया है।
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