एक समय समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं की लिस्ट में शुमार शिवपाल सिंह यादव, पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ हुए मनमुटाव के बाद राजनीतिक भविष्य तलाशने में जुटे हुए है. अखिलेश और शिवपाल का झगड़ा किसी से छुपा नहीं है. हालांकि अखिलेश अब शिवपाल के बारे में कम बात करते नजर आते है लेकिन शुक्रवार को शिवपाल सिंह एक बार फिर से अखिलेश यादव के नेतृत्व पर सवाल खड़े किये. शिवपाल का कहना है कि यदि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 'बड़ों' की बात मानी होती तो वह दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते थे.
बदायूं में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे शिवपाल ने कहा कि, 'अगर अखिलेश ने बड़ों की बातें मान लीं होतीं तो पार्टी सत्ता से बाहर नहीं होती है और आज वह फिर से राज्य के मुख्यमंत्री होते. बच्चों (अखिलेश यादव और सांसद धर्मेंद्र यादव) को मैंने गोद में खिलाया है, उनकी देखभाल की और उनकी शादी करवाई लेकिन नई पीढ़ी किसी की सुनती कहां है.' शिवपाल के मुताबिक अखिलेश ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बात मानी होती तो आज भीहर में भी समाजवादी पार्टी की सरकार होती.
शिवपाल सिंह ने कहा कि, 'अगर बड़ों की बात मानी गई होती तो आज प्रदेश में सपा की सरकार होती और अखिलेश मुख्यमंत्री होते और बिहार में भी सपा सरकार बनी होती. इसलिए हमारी नीचे स्तर तक के पदाधिकारियों के लिए यही सलाह है कि आपस मे सभी एकजुट रहे और लोगों को भी एकजुट करें.' 2019 में महागठबंधन के बारे में सवाल पूछे जाने पर शिवपाल ने कहा, 'मैं पार्टी अध्यक्ष की तार्किकता पर कोई भी सवाल नहीं खड़े करना चाहता हूं. वह पार्टी के हित में सभी लोगों को एकजुट रखना चाहते है और वह हमेशा से एसपी के लिए समर्पित हैं.'
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