नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) का पारिवारिक घमासान विधानसभा चुनाव 2017 से लोकसभा चुनाव 2019 तक बदस्तूर जारी है। सपा और बसपा के गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसी बीच शिवपाल यादव का एक और बयान सामने आया है, जिसने सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ा दी है।
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प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि मैं अच्छी तरह जानता हूं कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) मेरे साथ हैं। उन्होंने कहा है कि मैंने अपनी पार्टी का गठन उनसे आज्ञा लेकर ही किया है। किन्तु वे सपा पार्टी से जुड़े हुए हैं, जिसको खुद नेताजी ने स्थापित किया था। शिवपाल ने कहा है कि मैंने उनसे एक से सेक्युलर पार्टी के साथ गठबंधन का आग्रह किया है और इसके लिए मैंने अखिलेश से भी अनुरोध किया है।
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आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़वाने का प्लान बना रहे थे। लेकिन समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी से उम्मीदवार घोषित कर दिया। सपा के मुख्य महासचिव रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय प्रताप यादव फिरोजाबाद से अपने ही चाचा शिवपाल यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में नज़र आएँगे।
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