लखनऊ : प्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुणा कोरी शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सपा को छोड़कर चाचा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) में शामिल हो गईं। खबर है कि वह जल्द ही सुरक्षित सीट मिश्रिख से प्रसपा की लोकसभा प्रत्याशी घोषित की जाएंगी। लखनऊ में शिवपाल यादव और पार्टी के दूसरे प्रमुख पदाधिकारियों की मौजूदगी में अरुणा को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।
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इस कारण छोड़ी पार्टी
प्रसपा में शामिल अरुणा कोरी का कहना है कि सपा से मोहभंग होने की वजह यह है कि सपा के जो कर्णधार रहे हैं, अब वे उससे अलग हो चुके हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी में रहने का कोई औचित्य नहीं बनता। दो बार की विधायक और एक बार कैबिनेट मंत्री रह चुकी अरुणा कोरी 1999 में तत्कालीन घाटमपुर लोकसभा सीट से सपा की प्रत्याशी रह चुकी हैं। उस समय वह बसपा के प्रत्याशी से 105 वोट से हार गईं थीं।
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ऐसा रहा अब तक का राजनैतिक जीवन
जानकारी के लिए बता दें वर्ष 2000 में भोगनीपुर सीट से विधानसभा और 2012 में बिल्हौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बनीं। 2012 की अखिलेश सरकार में उन्हें महिला कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। 2017 में वह फिर सपा से विधानसभा चुनाव लड़ीं लेकिन हार गईं। पार्टी में शामिल होने पर शिवपाल यादव फैेंस एसेासिएशन प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे, ग्रामीण जिलाध्यक्ष शिवमोहन सिंह चंदेल, नगर जिलाध्यक्ष महताब आलम, सुनील महिवाल, सचिन वोहरा, प्रिया सिंह, हरी कुशवाहा सहित अनेक पदाधिकारियों ने बधाई दी है।
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