लखनऊ: समाजवादी पार्टी की स्थापना का क्रेडिट अमूमन यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल यादव को दिया जाता है. मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव ने बेआबरू करके शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी से बेदखल कर दिया था और पिता मुलायम सिंह यादव से अध्यक्ष पद छीन लिया था. नाराज शिवपाल यादव ने अपनी अलग पार्टी का गठन कर लिया था. अब फिर से शिवपाल यादव अपना अपमान भूलकर दोबारा अपने भतीजे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पनाह में जाना चाहते हैं.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रासपा) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वह चाहते हैं कि सभी समाजवादी फिर एक हो जाएं और इसके लिए वह त्याग करने के लिए भी राजी हैं. कोरोना काल के बीच मिशन 2022 की तैयारियों में लगे सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के लिए उनका यह बयान बहुत मायने रखता है. यदि शिवपाल यादव ने दोबारा सपा में वापसी की तो लोग यही कहेंगे कि वे अखिलेश यादव के आगे झुक गए.
सपा से अलग होकर अपनी नई पार्टी का गठन करने वाले शिवपाल यादव ने कहा कि वे समाजवादी पार्टी को एकजुट करने के लिए कोई भी त्याग करने के लिए तैयार हैं. शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी समाजवादी फिर से एक हो जाएं. इसके लिए हमने तो पूरा त्याग करने के लिए भी कह ही दिया है.
धोनी के सन्यास पर इन दिग्गज नेताओं ने दी अपनी प्रतिक्रिया
संबित पात्रा के खिलाफ 39 जगह FIR दर्ज, गैर-इरादतन हत्या का आरोप