आकाशदीप की रिपोर्ट
भोपाल। मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनावों का समय नजदिक आता जा रहा है, वैसे-वैसे प्रदेश में राजनैतिक पार्टीयां धर्म का सहारा भी लेते हुए दिखाई देने लगी है। जिसके चलते इन दिनों कांग्रेस व भाजपा दोनों ही नेता प्रदेश के दो धर्माचार्य पं.प्रदीप मिश्रा और पं.धीरेन्द्र शास्त्री पर अपने-अपने डोरे डाल रहे है। पं.प्रदीप मिश्रा कुबेरेश्वर धाम के मंहत होकर शिव कथा करते है तो पं.धीरेन्द्र शास्त्री बागेश्वर धाम के मंहत होकर हनुमान सेवक है और दरबार लगाकर लोगों का भूत-भविष्य बताते है। दोनों ही महाराज की कथा व दीव्य दरबार में प्रतिदिन लाखों-लाख भक्तों का जन सैलाब उमडता है। एक संत बागेश्वर धाम सतना क्षेत्र अर्थात विंध्य और बुंदेलखंड को प्रभावित करते है तो दूसरे सिहोर मालवा को प्रभावित करते है। दोनों के ही प्रदेश भर में लाखों भक्त है।
इन दोनों संतों पर कांग्रेस और भाजपा की पैनी निगाह है और वे इस विधानसभा चुनावों में इनका फायदा अपनी-अपनी पार्टी के लिये करना चाहते है। जिसके चलते पं. प्रदीप मिश्रा की कथाऐं कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही नेता अपने-अपने क्षेत्रों में करवा रहे है और इन कथाओं में दोनों ही दलों के नेता, मंत्री, विधायक पहूंच रहे है। पिछले दिनों बागेश्वर धाम भी प्रदेश के गृह मंत्री नरोतम मिश्रा ने पहूंचकर सनातन धर्म के लिये पं.धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थन में व्यक्तव्य दिया था। तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ भी विगत दिनों बागेश्वर धाम में जाकर पं.धीरेन्द्र शास्त्री से मुलाकात कर आये है।
राजनैतिक सूत्रों में ऐसी सुगबुगाहट है की दोनों ही दल अपने-अपने स्तर पर इन दोनों पंडितों का राजनैतिक लाभ लेना चाहते है। यह भी खबर है कि भाजपा इन पंडितों को प्रदेश में विशिष्ठ अतिथि या राज्य मंत्री का दर्जा दे सकती है। अभी तक दोनों ही कथा वाचक अपने-अपने स्तर पर इन राजनैतिक दलों और उनके नेताओं को परख रहे है और अपनी कथाओं के माध्यम से बडी धन राशी ले रहे है। आने वाले समय में इन कथावाचक पंडितों का रूझान किस दल की और रहेगा यह तो समय ही बतायेगा। लेकिन यह अवश्य कहा जा सकता है कि ये पंडित जिस दल की और अपने भक्तों को वोट देने का इशारा करेगें उस पार्टी को बडी सफलता प्रदेश में मिल सकती है।
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