भोपाल: मध्यप्रदेश में इन दिनों बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा, 'बाढ़ से प्रदेश के कई क्षेत्रों में भयानक तबाही हुई है। पिछले 70 सालों में ऐसी स्थिति नहीं देखी। श्योपुर शहर में 20-20 फिट पानी है। रतनगढ़ वाली माता पुल तथा सनकुआ पुल के ऊपर पानी जा रहा है। बड़ी संख्या में घर गिरे हैं।' इसी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि, ''कभी कभी ऐसा मौका आता है जब जी जान से काम करने की आवश्यकता होती है। इस समय वह मौका है। अपनी पूरी ताकत से सामाजिक संगठनों तथा सभी का पूरा सहयोग लेते हुए बाढ़ प्रभावितों के लिए कार्य करें।''
इसके अलावा मुख्यमंत्री चौहान ने यह भी कहा कि, 'राहत शिविरों के अलावा बाढ़ प्रभावित बस्तियों में भी भोजन स्वच्छ जल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। टूटे मकानों की मरम्मत, बिजली की आपूर्ति बहाल करना, टूटे फूलों को दुरुस्त कराना, संचार व्यवस्था को बहाल करना आदि कार्य युद्ध स्तर पर किए जाए।' आप सभी को बता दें कि बीते कल ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर संभाग के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के उपरांत भोपाल लौटकर निवास पर देर रात वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली।
इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, डीजीपी होमगार्ड, प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी, जनसंपर्क आयुक्त सुदाम खाडे आदि शामिल रहे। इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा, 'प्रभावित व्यक्तियों को भोजन व शुद्ध जल उपलब्ध कराएं। यह सुनिश्चित करें कि प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक बीमारियों का प्रकोप ना हो। जिन व्यक्तियों के घर नष्ट हो गए हैं उन्हें आश्रय स्थल उपलब्ध कराएं, साथ ही घरों की मरम्मत में मदद की जाए।'
कोरोना से हुई पति की मौत तो देवर ने लूटी भाभी की अस्मत, फिर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
पद्मश्री पद्मा सचदेव का हुआ निधन, लता मंगेशकर ने जताया दुःख
दिल्ली कैंट दुष्कर्म मामला: बच्ची के शव के टुकड़े देख बोले डॉक्टर- नहीं बता सकते मौत का कारण