भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में वरिष्ठ अफसरों के साथ चीता पुनर्वास प्रोजेक्ट के संबंध में समीक्षा बैठक ली तथा चीतों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चीता पुनर्वास प्रोजेक्ट में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए चीतों में से कुछ चीतों की मृत्यु, चिंता का विषय है। उनके स्वास्थ्य एवं देखभाल के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित चीता टास्क फोर्स को राज्य शासन की तरफ से हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि क्षेत्र में पर्याप्त वन्य-प्राणी चिकित्सकों समेत सभी आवश्यक दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही चीतों की स्थिति की नियमित समीक्षा की व्यवस्था हो। जरुरत होने पर फॉरेस्ट गार्ड की संख्या तथा पुनर्वास प्रोजेक्ट के लिए उपलब्ध क्षेत्र में वृद्धि की जाए। सीएम कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से 8 एवं दक्षिण अफ्रीका से 12 इस तरह कुल 20 चीते लाए गए। वर्तमान में 10 चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं तथा 5 चीतों को बाड़ों में रखा गया है। दरअसल, कूनो नेशनल पार्क में 4 दिन में 2 चीतों की त्वचा संक्रमण से हुई मौत के पश्चात् अब कूनो में अलर्ट की स्थिति है। अन्य चीतों को त्वचा संक्रमण से बचाव के लिए प्रिवेंशन मेडिसन के तौर पर गन से ड्रग इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं।
इसी बीच खुले जंगल में उपस्थित 3 चीतो में त्वचा संक्रमण की जानकारी सामने आई है। इनमें से चीता पवन (ओबान) को पकड़ कर जब बेहोश करने के पश्चात् उसकी गर्दन पर लगे कॉलर आईडी को हटाया गया तो गहरा घाव मिला है, जिसमें कीड़े भी पड़े हुए थे। नर चीता पवन का इलाज आरम्भ कर दिया गया है। हालांकि दो दूसरे चीतों गौरव और शौर्य की अभी तलाश जारी है। कूनो पार्क में अभी 4 चिकित्सक उपस्थित हैं, मगर 4 डॉक्टर ग्वालियर, भोपाल से और बुलाए गए हैं। तत्पश्चात, 2-2 चिकित्सकों की टीम चीतों को बंदूक से ड्रग इंजेक्ट करेगी। मौजूद 4 डॉक्टरों (डॉ।सनथ मूलिया, डॉ।जितेंद्र जाटव, डॉ। ओंमकार अचल और डॉ।सुमित) की 2 टीमों ने ड्रग इंजेक्ट आरम्भ कर दिया है। बताया गया है कि दो दिनों में 2 चीतों को इंजेक्ट भी किया जा चुका है।
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