खरगोन। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खरगोन जिले में 'मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान' के अंतर्गत आयोजित 'संभाग स्तरीय स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम' को सम्बोधित करते हुए एक बड़ा बयान दिया। और मध्यप्रदेश में अराजकता फ़ैलाने वालो को किसी भी हालत पर न छोड़ने की हिदायत दे डाली। सम्बोधन के दौरान बोलते हुए शिवराज ने कहा कि जब खरगोन को दंगों की आग में झोंकने का प्रयास किया था, तब भी मैं खरगोन की जनता से जुड़ा था। हमारा प्रदेश शांति का टापू है। गुंडागर्दी, अशांति फैलाने वालों को मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
कुछ समय पहले तक मध्यप्रदेश में औचक दौरा कर रहे शिवराज सिंह चौहान एक सभा को सम्बोधित करने खरगोन पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने खरगोन पर बोलते हुए कहा की अपना खरगोन सचमुच में बहुत अद्भुत शहर है। यहां नवग्रह का ऐसा मंदिर है, जहां सूर्य की किरणें सबसे पहले पड़ती हैं। खरगोन, इंदौर, निवाड़, मालवा के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा। खरगोन में कोई गड़बड़ न हो, शांति बनी रहे, इसलिए विशेष सशस्त्र बल की तैनाती यहां की जाएगी। लोकतंत्र में जनता असली मालिक है। मैं हमेशा कहता हूं और फिर दोहरा रहा हूं, मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है उसमें रहने वाली जनता ही मेरी भगवान है।
साथ ही सीएम ने अन्य मुद्दों पर भी बात कही और कहा की क्षेत्रों में रेत की खदान, पत्थर, गिट्टी है। कलेक्टर को ये अधिकार नहीं होगा कि वह अपने मन से नीलाम कर दें। अगर पेसा गांव ये तय करता है कि हमारी खदान ग्राम सभा चलाएगी, तो ग्राम सभा ही चलाएगी। गांव का पैसा गांव में। वनोपज संघ गांव वाले ही खरीदेंगे और गांव वाले ही बेचेंगे। ये आपको ही इकट्ठा करना है और आपको ही बेचना है। तेंदूपत्ता वनोपज संघ नहीं तोड़ेगा। ग्राम सभा ये तय करती है कि हमारे गांव का तेंदूपत्ता हम तोड़ेंगे, तो उन्हें ये अधिकार होगा। तुम ही तोड़ो और तुम ही बेचो। पेसा कॉर्डिनेटर और सीएम जनमित्र योजना बनाई जाएगी, ताकि नौजवान इसकी देखरेख करें।
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