भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को प्रदेशवासियों का मामा कहलाना पसंद करते हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि उनके राज्य में कानून व्यवस्था इतनी चौकस है कि अपराधी कोई भी अपराध करने से पहले डरते हैं। लेकिन राज्य में कानून व्यवस्था की पोल आए दिन होने वाले अपराध खोल रहे हैं।
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हाल ही में एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ते दिख रही हैं। यह वीडियो भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म का है। इस प्लेटफॉर्म पर एक व्यक्ति की लाश कथित तौर पर कई घंटों तक यूं ही खुले में पड़ी रही, लेकिन किसी भी रेलवे कर्मी ने उसे उठाने की जहमत नहीं उठाई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर लोग सीएम शिवराज सिंह चौहान से सवाल कर रहे हैं।
वीडियो बनाने वाला व्यक्ति रेलवे अधिकारियों के पास लाश पड़े रहने की शिकायत लेकर जाता है, तो भोपाल के इस स्टेशन के रेलवे कर्मी उसे कानून का हवाला देकर कहते हैं कि मामला रेलवे पलिस का है। जब यह व्यक्ति रेलवे पुलिस के पास जाता है, तो वे लाश उठाने से मना कर देते हैं। रेलवे अधिकारी उस व्यक्ति से कहते हैं कि पहले हमारे पास मेमो आएगा, तब हम कार्यवाही करेंगे। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
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भोपाल रेलवे पुलिस अधीक्षक मनोज राय ने बताया कि इस मामले की जानकारी लगते ही, हम वहां गए और मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि व्यक्ति की लाश कई घंटों से वहां नहीं पड़ी थी। वीडियो वायरल होने के कुछ ही समय पहले उस व्यक्ति की मौत हुई थी।
खैर जो भी हो, लेकिन वीडियो वायरल होने से यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या शिवराज सरकार में इंसानियत मर गई है? बेवजह कानूनों का जाल बिछाकर एक मृत इंसान की जिम्मेदारी से मुंह मोड़ना कहां तक सही है? मामा के इस अंधे कानून के बारे में क्या कहा जाए?
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