भोपाल: मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है, साधुओं को मंत्री पद देने से लेकर किसानों की समस्याओं को हल करने तक, शिवराज का हर जगह विरोध हो रहा है. इसीलिए इस बार के चुनाव शिवराज सरकार के लिए बहुत ही मुश्किल रहने वाले हैं, इसलिए मुख्यमंत्री ने भी अपने चुनावी अभियान को और तेज़ी प्रदान करते हुए अपने विधायकों का सर्वे करा लिया है. इस बारे में शिवराज का कहना है कि भाजपा अब हारने वाले पर दांव नहीं लगाएगी.
उन्होंने भाजपा दल के लिए बुलाई गई एक विशेष बैठक में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस बार चुनावों में अनावश्यक टिकट भी नहीं काटे जाएंगे, सिर्फ लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए ही टिकट प्रदान किए जाएंगे. कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने पर शिवराज ने कहा कि कांग्रेस में नए आए लोगों से घबराने की जरुरत नहीं है, वे लोग चार गार्डों के साथ चुनाव में उतर रहे हैं, जबकि हम अपने विकास कार्यों के दम पर चुनाव जीतेंगे.
हालांकि उन्होंने सड़कों के निर्माण के लिए विधायकों को यह कहते हुए मना कर दिया कि, अभी पुरानी सड़कों से ही काम चलाएं, क्योंकि नई सड़कें बनाने के लिए सरकार के पास धन नहीं है. इसके अलावा उन्होंने किसानों को लेकर भी एक विवादित बयान दिया, शिवराज सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को बिजली प्रदान करने के लिए 9000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, लेकिन वे अहसान नहीं मानते. आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में किसान मौसम की मार, फसल के उचित दाम न मिलने जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं.
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