भोपाल. देश भर में मॉब लिंचिंग यानी भीड़ द्वारा किसी की पीट-पीटकर हत्या कर देने की घटनाएँ बहोत तेजी से बढ़ रही है। मॉब लिंचिंग एक बेहद खतरनाक अपराध है क्योंकि इसमें बहोत सारे लोग एक-दो व्यक्तियों पर हमला करते है जिससे घटना का शिकार बन रहे व्यक्ति के लिए भीड़ से बचना नामुमकिन हो जाता है। साथ ही अधिकतर मामलों में आरोपियों की पहचान करना और उन्हें सजा दिलाना भी बहोत मुश्किल हो जाता है।
मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए देश के सभी राज्यों की सरकारे बहोत कोशिश कर रही है लेकिन ये घटनाये बढ़ती ही जा रही है। सरकारों की तमाम कोशिशों भी इन घटनाओं को रोक नहीं पा रही है। लेकिन अब मध्यप्रदेस के कर्मठ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मॉब लिंचिंग की घटनाएँ रोकने की पूरी तैयारी कर ली है। शिवराज ने मध्य प्रदेश पुलिस से मॉब लिंचिंग के मामलों के लिए एक स्पेशल टीम बनाने के लिए कहाँ है। सूत्रों के मुताबिक खबर है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस से जल्द ही मॉब लिंचिंग रोकने के लिए उपाय पूछे है और वो लगातार मध्यप्रदेश पुलिस के संपर्क में रह रहे है।
मध्यप्रदेश इंटेलिजेंस टीम के आईजी मकरंद देउकर के मुताबिक हर ज़िले के एसपी एक स्पेशल टीम का गठन करेंगे जिसमें डीसीपी रैंक के अफसर भी शामिल होंगे। इसके साथ ही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट जिसमें सब-इंस्पेक्टर और एसएचओ को भी शामिल किया जाएगा। इस स्पेशल टीम का काम अफवाह को शुरुआती स्तर पर ही फैलने से रोकने का होगा और इसलिए इस टीम की सोशल मीडिया पर खास नज़र रहेगी।
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