भोपाल: मध्य प्रदेश में चुनाव का आगाज हो चुका है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोटिंग होगी। मतदान से पहले तमाम दल प्रचार-प्रसार एवं चुनावी रैलियों में जुट गए हैं। इस के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने जैसी छोटी-छोटी बातें उनके व्यक्तित्व या काम पर असर नहीं डाल सकतीं। उनका मानना है कि कोई व्यक्ति क्या है उससे अधिक अहम यह है कि वह कैसे काम करता है। मीडिया से चर्चा के दौरान सीएम शिवराज सिंह ने बीजेपी की जीत की दावेदारी करते हुए कहा कि इसके बारे में कोई संदेह नहीं है। मैं कह रहा हूं, हम जीतेंगे। कौन सी योजना भाजपा की जीत में योगदान दे सकती है इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, “बहनें अपने भाई का समर्थन करने के लिए एकजुट हो गई हैं। चाहे वह लाडली बहना योजना हो या लाडली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस में बेटियों की 30 प्रतिशत भर्ती, या सरकारी नौकरियों में सीधी भर्ती में 35 प्रतिशत समग्र आरक्षण।”
शिवराज सिंह ने कहा कि हमने एक नहीं बल्कि कई ऐसे कदम उठाए हैं इसलिए मातृशक्ति बीजेपी के साथ है और भतीजे-भतीजी भी अपने मामा का समर्थन करेंगे। भाजपा की जीत पर दोबारा सीएम बनाए जाने के सवाल पर शिवराज सिंह ने कहा, “देखिए, मुझे इसकी चिंता नहीं है। राजनीति में मेरा लक्ष्य गौरवशाली, सशक्त और समृद्ध भारत का निर्माण है। उस मिशन को पूरा करने के लिए मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं। मिशन तय करेगा कि कौन सा नेता काम कहां करेगा। बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरा नहीं बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, “मेरा नाम शिवराज सिंह चौहान है ये छोटी-छोटी बातें कभी भी मेरे व्यक्तित्व या काम पर प्रभाव नहीं डाल सकतीं। आप क्या हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है, आप कैसे काम कर रहे हैं यह महत्वपूर्ण है।”
मध्य प्रदेश में दी जा रही योजनाओं को रेवड़ी कहने के सवाल पर शिवराज सिंह ने कहा कि यह रेवड़ी संस्कृति नहीं है। यह आधी आबादी के साथ पूर्ण न्याय है। उन्होंने कहा, “महिलाओं को भी हमारी भूमि एवं संसाधनों पर पूरा अधिकार है। फिर भी, इस बात से कोई मना नहीं कर सकता कि हम अभी भी पितृसत्तात्मक समाज हैं इसलिए हमने फैसला किया कि हम उन्हें उनकी आवश्यकताए पूरी करने के लिए पर्याप्त पैसा देंगे। मैंने 2017 में अपनी बहनों के बैंक खातों में पैसा डालना आरम्भ किया। इससे पोषण स्तर बेहतर हुआ। यह रेवड़ी नहीं है।” मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब किसी परिवार की मां, बहन या बेटी के पास पैसा जाता है तो वह उसका सदुपयोग करती है। वह इसे पहले बच्चों पर और फिर परिवार की आवश्यकताओंपर खर्च करती हैं। वह इसका इस्तेमाल प्रशासनिक व्यवस्था से बेहतर तरीके से करेगी। क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया की एंट्री से भाजपा को फायदा हुआ? इसके जवाब में शिवराज ने कहा कि निश्चित रूप से ज्योतिरादित्य एक ऊर्जावान युवा नेता हैं। हमें इसका फायदा हुआ है।
3 दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे राहुल गांधी, केदारनाथ में श्रद्धालुओं को चाय पिलाते आए नज़र, Video
गुरुद्वारों पर विवादित टिप्पणी करने वाले नेता संदीप दायमा को भाजपा ने पार्टी से निकाला