मुंबई : राज्य की दिग्गज राजनीतिक पार्टी शिवसेना ने कहा है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की दिल्ली में भूख हड़ताल के दौरान पार्टी नेता संजय राउत की उनसे मुलाकात महज शिष्टाचार भेंट थी. अतः इसे किसी ओर नजरिए से ना देखा जाए. इसे लेकर भाजपा समेत सहयोगी पार्टियों के साथ बर्ताव को लेकर शिवसेना ने उसकी आलोचना भी की है.
आपको जानकारी के लिए बता दें कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए कल दिल्ली में 12 घंटे का उपवास किया था. इस दौरान राहुल गंधी भी वहां पहुंचे थे. जबकि शिवना की ओर से सांसद संजय राउत ने मौजूदगी दर्ज कराई थी.
शिवसेना ने अब अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा है कि उसके नेता ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से महज 'शिष्टाचार भेंट' की है. क्योंकि उनका राज्य दो भागों में बंट चुका है. संपादकीय में बताया गया कि 'हम भी राज्यों के बंटवारे के खिलाफ हैं. लेकिन हमारी मुलाकात को ऐसे देखा जा रहा है जैसे सरकार पर आसमान टूट गया हो. शिसवेना ने आगे अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा पर तीखें शब्दों में हमलावर होते हुए कहा कि क्या गारंटी है कि लोकसभा चुनावों के बाद सरकार गठन के लिए जरूरत पड़ने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता नायडू के दरवाजे पर दस्तक नहीं देंगे?' इससे एक बार फिर भाजपा और शिवसेना के कलह सबके सामने आ चुकी है.
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