नई दिल्ली : देश में चुनावों के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का ख़राब होना अब एक आम समस्या बन गई हैं. हाल ही में कैराना उपचुनाव में भी यह समस्या देखने को मिली थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कैराना में आज पुनः 73 मतदान केंद्रों पर चुनाव किए जाए की बात कही थी. हालांकि लगातार EVM सम्बंधित समस्याओं के चलते चुनाव आयोग विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हैं. हल ही में शिवसेना ने चुनाव आयोग को लेकर एक सनसनी मचाने वाला बयान दिया हैं. शिवसेना ने चुनाव आयोग को 'रखैल' तक कह डाला.
बुधवार को शिवसेना ने “निर्वाचन आयोग, लोकतंत्र और चुनाव” को सत्ता में बैठे लोगों की ‘रखैल’ बताया हैं. शिवसेना ने प्रत्यक्ष रूप से अपनी सहयोगी और सत्ताधारी भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि निरंकुश मानसिकता से ग्रस्त सत्ताधारी दल ने अपने निजी स्वार्थ के लिए EVM को खराब किया हैं. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में यह बड़ा बयान दिया हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि अब हमारे देश भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र नही कहा जा सकता हैं. शिवसेना ने आरोप लगाते हुए कहा कि EVM ने भारतीय लोकतंत्र को विकृत कर दिया है. शिवसेना ने कहा कि सत्ता दल भाजपा ने अपने निरंकुश मानसिकता के तहत लोकतंत्र को अपनी रखैल बनाया हैं.
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