मुंबई। शिवसेना पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वह केवल हिंदूवादी संगठन है और मुंबई समेत महाराष्ट्र में वह मराठी मानुष की बात करती है। मगर शिवसेना ने अपने मुखपत्र में एक जानकारी प्रकाशित कर सभी को हैरान कर दिया है। शिवसेना ने अपने प्रकाशन के माध्यम से यह बात कही है कि वह मुस्लिम विरोधी नहीं है। बल्कि वही मुसलमानों की असली मित्र है। शिवसेना ने अपने प्रकाश में इस संबंध में एक समाचार जारी की है जिसमें बृहन्मुंबई महानगर पालिका में 84 सीट पर जीत दर्ज करने को लेकर कहा गया है कि शिवसेना को कुछ लोगों द्वारा बदनाम किया जा रहा है।
वह मुस्लिम विरोधी नहीं है। बीएमसी चुनाव में शिवसेना ने 5 मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतारे साथ ही शिवसेना ने मराठी भाषियों के अलावा बहुभाषिक प्रत्याशियों को भी चुनावी मैदान में उतारा। ऐसे में शिवसेना ने सभी के समर्थन से 84 सीट पर जीत दर्ज की। शिवसेना सभी धर्मों के साथ है।
इस मामले में बेहरामपाड़ा से जीते शिवसेना प्रत्याशी हाजी हलीम खान ने कहा कि कांग्रेस सदैव मुसलमानों को अपना वोट बैंक मानती है लेकिन अब मुस्लिम धर्मावलंबी कांग्रेस की चाल समझने लगे हैं। बेहरामपाड़ा में शिवसेना को जीत मिलने से साफ है कि शिवसेना को यहां पसंद किया गया है।
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