नई दिल्ली : दिल्ली के सियासी घमासान में अब शिवसेना भी कूद पड़ी हैं. शिवसेना ने कहा है कि दिल्ली में केजरीवाल को काम करने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए. केंद्र सरकार को चेताते हुए शिवसेना ने कहा कि सरकार को आप सरकार का सहयोग करना चाहिए. शिवसेना का यह बयान कल अदालत द्वारा केजरीवाल के पक्ष में फैसला आने के बाद आया है.
शिवसेना पीएम मोदी को भी इस मामले में घेरने से नहीं चूकी. शिवसेना ने कहा कि एलजी और आप सरकार के बीच तकरार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यदि चाहते तो उप राज्यपाल को नियंत्रित कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधा हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि कम से कम अब एलजी और दिल्ली सरकार के बीच गतिरोध खत्म हो जाना चाहिए तथा केजरीवाल को मुख्यमंत्री के तौर पर अपना काम करने देना चाहिए. शिवसेना ने यह उपराज्यपाल अनिल बैजल को भी जमकर घेरा. सामना में कहा गया कि एलजी ने अपने संवैधानिक पद को ध्यान में नहीं रखा. बता दे कि दिल्ली में इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आप के बड़े नेताओं ने राजभवन में धरना दिया था. आप की धरना की तस्वीरों पर शिवसेना ने कहा कि धरना पर बैठे आप मंत्रियों की तस्वीर आपातकाल के दौर से भी अधिक बदतर दिखाई पड़ रही थी.