मुंबई: राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर बहस करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि आज देश के कई इलाकों में बिल का विरोध हो रहा है. वे लोग भी भारत के नागरिक हैं. हमें किसी से देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है, हम कितने कठोर हिंदू हैं, उसका प्रमाण पत्र भी हमें नहीं चाहिए.
संजय राउत ने कहा है कि जिस स्कूल में आप (भाजपा सांसद) पढ़ते हैं, वहां के हम हेडमास्टर हैं. बाला साहेब हमारे हेडमास्टर थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी थे. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि लोकतंत्र में अलग आवाजें होती हैं. कहा जा रहा है कि जो इस विधेयक के साथ नहीं है, वे देशद्रोही हैं, जो साथ हैं, वही देशभक्त हैं. उन्होंने कहा यह पाकिस्तान की संसद नहीं है, यदि पाकिस्तान की भाषा पसंद नहीं है, तो पाकिस्तान को समाप्त कर दो, हम आपके साथ हैं. संजय राउत ने कहा कि यदि वहां हमारे भाइयों पर अत्याचार हो रहा है, तो आप मजबूत हैं उनका साथ दीजिए. हमें किसी से देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता नहीं है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने आगे कहा कि इस देश से घुसपैठियों को बाहर निकलाना चाहिए, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन हुआ है. जिन लाखों-करोड़ों को यहां पर ला रहे हैं, तो क्या उन्हें मतदान का अधिकार मिलेगा. यदि इन्हें 20-25 साल वोटिंग का अधिकार नहीं मिलता है तो बैलेंस रहेगा.
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