मुंबई : शिवसेना ने मुखपत्र सामना के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डाॅ. मोहन भागवत के बयान की आलोचना की है। दरअसल डाॅ. भागवत ने अपने एक बयान में हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने को कहा था जिसे लेकर शिवसेना ने उनकी निंदा की। इस मामले में शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि मुस्लिमों की जनसंख्या बढ़ना चिंता का विषय है। हिंदूओं को बच्चों की तादाद बढ़ानी चाहिए यह बात प्रधानमंत्री मानने वाले नहीं हैं।
भागवत को ऐसे बयान नहीं देना चाहिए जो बिना बात का विरोधाभास उत्पन्न करे। शिवसेना ने संपादकीय के माध्यम से लिखा कि हिंदूओं को अधिक बच्चे पैदा करने की बात करना हिंदूत्व को जाले लगने की तरह है। उल्लेखनीय है कि डाॅ. मोहन भागवत ने रविवार को उत्तरप्रदेश के आगरा में एक कार्यक्रम को संबोधित किया था।
जिसमें उन्होंने कहा था कि विभिन्न धर्मों के लोग अधिक बच्चों को जन्म देते हैं तो फिर हिंदूओं को अधिक बच्चों को जन्म क्यों नहीं देना चाहिए। इसके जवाब में सामना में लिखे संपादकीय लेख में शिवसेना ने लिखा कि इस मामले में उपाय यह नहीं है कि हिंदूओं को अधिक बच्चे पैदा करने चाहिए। बात यह है कि देश में समान नागरिक कानून लागू कर मुसलमानों समेत अन्य धर्मावलंबियों पर परिवार नियोजन कड़ाई से लागू किया जाए जिससे देश का भला हो।