अयोध्या: कभी राम जन्मभूमि आंदोलन के कारण सियासी तौर पर हिंदुत्व की प्रयोगशाला मानी जाने वाली अयोध्या नगरी एक बार फिर से सियासी अखाड़ा बना चुकी है. इस बार महाराष्ट्र के नेताओं का पोस्टर वॉर अयोध्या की सड़कों पर नज़र आ रहा है. महाराष्ट्र में शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) में जारी घमासान की आंच अब अयोध्या तक पहुंच गई है.
MNS चीफ राज ठाकरे का अयोध्या दौरा अब से ठीक एक महीने बाद होना है, मगर इसको लेकर अभी से सियासी पारा चढ़ गया है. कारण ये है कि राज ठाकरे के 5 जून को होने वाले दौरे के ठीक 5 दिन बाद यानी 10 जून को उनके भतीजे आदित्य ठाकरे भी अयोध्या पहुंचने वाले हैं. अयोध्या में दोनों के दौरे को लेकर पोस्टर लग गए हैं, जिससे सियासी पारा चढ़ गया है. महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) के राज ठाकरे 5 जून को रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंच रहे हैं. हाल ही में हिंदुत्व को लेकर आक्रामक तेवर अपनाने वाले राज ठाकरे के इस दौरे से हिंदुत्व के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है. राज ठाकरे के दौरे को प्रकार अयोध्या की सड़कों पर अभी से पोस्टर लग चुके हैं.
इस पोस्टर्स पर लिखा है कि, 'राज तिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं भगवा धारी.' इस पोस्टर को न केवल सियासी चुनौती के रूप में देखा गया बल्कि लाउड स्पीकर को लेकर जिस प्रकर से राज ठाकरे ने शिवसेना की सरकार कर सवाल खड़े किए हैं, उसको देखते हुए अयोध्या से हिंदुत्व का एक संदेश देने की पहल के तौर पर भी देखा गया. वहीं, अब इसके जवाब में शिवसेना ने भी अयोध्या में पोस्टर लगा दिए हैं. पोस्टर में बाल ठाकरे, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की तस्वीरें लगी हैं और लिखा गया है कि- 'असली आ रहा है नक़ली से सावधान.' यानी सीधे तौर पर इस पोस्टर में राज ठाकरे पर निशाना साधा गया है.
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