इंदौर: मध्य प्रदेश महिला आयोग की प्रमुख और कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा ने शुक्रवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार, आयोग में काम नहीं करने दे रही है। सवा दो साल से पद पर होने के बाद भी महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए लिए कुछ नहीं पाई। सभी अधिकार छीन लिए गए हैं। अब दूसरे मंचों से महिलाओं के दर्द को आवाज देने के लिए संघर्ष किया जाएगा।
राज्य महिला आयोग को पंगु बना कर महिला सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है शिवराज सरकार, लिहाजा मैंने आयोग के अध्यक्ष पद की संवैधानिक बाध्यताओं को त्याग कर पीड़ित, और शोषित महिलाओं की वेदना को स्वर देने के अपने संघर्ष को अन्य मंचों से जारी रखने हेतु अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। pic.twitter.com/nlbHRU1jkw
— Shobha Oza (@Shobha_Oza) June 24, 2022
शोभा ओझा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'राज्य महिला आयोग को पंगु बना कर महिला सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है शिवराज सरकार, लिहाजा मैंने आयोग के अध्यक्ष पद की संवैधानिक बाध्यताओं को त्याग कर पीड़ित, और शोषित महिलाओं की वेदना को स्वर देने के अपने संघर्ष को अन्य मंचों से जारी रखने हेतु अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।'
अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए शोभा ओझा ने राज्य सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र भी लिखा है, जिसमे उन्होंने कहा है कि, 'मैं यह स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि राज्य महिला आयोग की संवैधानिक रूप से गठित कार्यकारिणी को भंग करने की कोशिश कर, उसे न्यायालयीन प्रक्रियाओं में उलझाकर, आपकी सरकार ने हजारों महिलाओं को इंसाफ से वंचित करने का अन्यायपूर्ण व अक्षम्य कार्य किया है। सियासी स्वार्थों की खातिर महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों की बलि चढ़ाने का जो पाप आपकी सरकार ने किया है, वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।'
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