नई दिल्ली. देश में पिछले कुछ सालों में लोगों का व्यापार की ओर रुझान बहुत तेजी से बढ़ा है और आमतौर पर आम जनता को यही लगता है कि व्यापार शुरू करने वाला हर व्यक्ति बहुत अमीर हो जाता है और हर कंपनी करोड़ों का कारोबार करती है. लेकिन देश के कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी किये गए आकड़ें इससे बिलकुल अलग ही दास्ताँ बयां करते है.
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दरअसल देश के कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने हाल ही में एक रिसर्च करवा कर देश की विभिन्न कंपनियों से जुड़ी एक रिपोर्ट जारी की है जिसमे व्यापार को लेकर कई अच्चम्भित करने वाले आकड़ें सामने आये है. मंत्रालय की इस रिपोर्ट के मुताबिक देश में इस वक्त रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या 18 लाख से ज्यादा है पर इन सभी कंपनियों में से अब तक (अक्टूबर के अंत तक) केवल 62 प्रतिशत कंपनियां ही चालू है. इसका मतलब यह हुआ कि देश में रजिस्टर्ड 18 लाख कंपनियों में से 6.46 लाख से अधिक कंपनियां तो अब तक बंद हो चुकी हैं.
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इसके साथ ही जो कंपनिया चालू है उनमे से भी कई कंपनियां अलग-अलग तरह की नियामकीय प्रक्रियाओं से गुजर रही हैं, इनमे परिसमापन की प्रक्रिया से गुजर रही कम्पनिया भी शामिल है. इस तरह देश में सक्रिय कंपनियों में से 11.16 लाख ही है.
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