मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं। शूटरों ने हत्या से पहले बाबा सिद्दीकी के घर की कई बार रेकी की थी। शूटर गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप ने यूट्यूब वीडियो देखकर गोली चलाने की ट्रेनिंग ली थी। इस साजिश की योजना 3 महीने पहले से बनाई जा रही थी। मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य अभी भी फरार हैं। फरार आरोपितों की तलाश के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। पुलिस ने बताया कि मुंबई पुलिस की अपराध शाखा इस मामले की तहकीकात कर रही है। अपराध शाखा ने एक काले बैग से 7.62 MM की बंदूक बरामद की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, "आरोपितों को बाबा सिद्दीकी की पहचान के लिए उनकी तस्वीर दी गई थी। शूटरों ने घटना से 25 दिन पहले उनके घर और दफ्तर का निरीक्षण किया था। गुरमेल सिंह एवं धर्मराज कश्यप ने यूट्यूब से गोली चलाने की तकनीक सीखी और मुंबई में बिना मैगजीन के प्रैक्टिस की।" प्रैक्टिस के लिए शूटरों ने कुर्ला में किराए पर एक घर लिया था, जिसे तीसरे आरोपित ने किराए पर लिया था, जो फिलहाल फरार है। उन्हें बिना गोली के निशाना साधने का अभ्यास करने के लिए बाबा सिद्दीकी का बैनर फोटो दिया गया था। बाबा सिद्दीकी की हत्या की पूरी योजना पुणे में बनाई गई थी। चौथे संदिग्ध, 23 वर्षीय हरीश कुमार बालकराम निषाद को उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया गया है। उस पर वित्तीय सहायता और रसद समन्वय करने का आरोप है। निषाद ने शूटरों को 2 लाख रुपए और हथियार दिए थे। वह पुणे में कबाड़ का काम करता था तथा इस षडंयत्र का हिस्सा था। पुलिस ने बताया, धर्मराज और शिव प्रसाद गौतम उसकी कबाड़ की दुकान पर काम करते थे। एक अन्य आरोपित प्रवीण लोनकर और उसके फरार भाई शुभम लोनकर ने भी गुरमेल और धर्मराज को 2 लाख रुपए दिए थे।
हरीश कुमार ने शूटरों को दो मोबाइल फोन भी दिए थे। तहकीकात में यह भी पता चला है कि आरोपितों ने आपस में बातचीत करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया था। मैसेज भेजने के लिए स्नैपचैट और कॉल करने के लिए इंस्टाग्राम का उपयोग करते थे। शुभम लोनकर ने सभी को निगरानी से बचने के लिए इन प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। मुंबई अपराध शाखा ने अब तक 15 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें कई चश्मदीद गवाह भी शामिल हैं। पुलिस ने उस मोटरसाइकिल को भी जब्त कर लिया है, जिसका इस्तेमाल रेकी के लिए किया गया था। हमलावरों ने दावा किया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े हैं। लॉरेंस फिलहाल साबरमती जेल में बंद है।
मुंबई के निर्मल नगर इलाके में 12 अक्टूबर 2024 की रात 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी का क़त्ल कर दिया गया था। तीन शूटरों ने उन्हें उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर घेरकर गोली मार दी थी। उन्हें तुरंत चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुंबई अपराध शाखा अब भी फरार शूटर शिवकुमार गौतम और मोहम्मद जीशान अख्तर की तलाश में जुटी है। पुलिस ने बताया कि गौतम को सिद्दीकी की हत्या के लिए रखा गया था क्योंकि उसे शादी के जुलूसों में फायरिंग का अनुभव था।
पेशाब से आटा गूंथती थी नौकरानी, पूरे परिवार का ख़राब हुआ लिवर तो खुली पोल
कितनी मजबूत हैं महाकाल मंदिर की दीवारें और शिखर! जाँच करने पहुंचे एक्सपर्ट
YouTube पर वीडियो देख लड़की खरीदने 450KM दूर से पहुंचा लड़का, और फिर…