'मुझे बचा लो..', श्रद्धा ने दोस्त को भेजा था मैसेज, आए दिन झगड़ा करता था 'आफताब'

'मुझे बचा लो..', श्रद्धा ने दोस्त को भेजा था मैसेज, आए दिन झगड़ा करता था 'आफताब'
Share:

नई दिल्ली: श्रद्धा की निर्मम हत्या की दास्ताँ सुनकर पूरा देश अंदर तक हिल गया है। अब एक नए खुलासे से पता चला है कि श्रद्धा और उसके प्रेमी आफताब के बीच पहले सी ही सब कुछ सही नहीं चल रहा था और दोनों में आए दिन झगड़े होते थे। दरअसल, श्रद्धा मौत से कुछ दिन पहले तक अपने जिस दोस्त के संपर्क में थी, उसी दोस्त ने ये बातें बताई हैं। श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नाडर ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि आफताब और श्रद्धा का आए दिन झगड़ा होता था। 

लक्ष्मण ने बताया कि एक बार श्रद्धा ने उसे मैसेज भेजकर उसे बचा लेने की बात कही थी। वो सभी दोस्त रात में श्रद्धा के पास पहुँचे भी थे और उसे बचाया था। दरअसल, लक्ष्मण नाडर के कारण ही श्रद्धा हत्याकांड का भंडाफोड़ हो पाया था। क्योंकि, श्रद्धा अपने परिवार से पूरी तरह से कट गई थी और उनके बीच कोई बातचीत नहीं होती थी। लेकिन, वह अपने दोस्त लक्ष्मण के संपर्क में थी। नाडर ने बताया कि श्रद्धा को लेकर अगस्त 2022 से ही चिंता बढ़ने लगी थी। दो माह से ये लोग संपर्क में नहीं थे और श्रद्धा किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दे रही थी। लक्ष्मण ने कहा कि उसके बाद उन्हने हमारे अपने कॉमन दोस्तों से संपर्क किया, मगर कुछ पता नहीं चला, फिर इन लोगों ने श्रद्धा के भाई को पूरी बात बताई और पुलिस की सलाह लेने की बात कही।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रद्धा मूल रूप से महाराष्ट्र के पालघर की निवासी थी। आफताब से उसकी मुलाकात मुंबई में हुई थी। दोनों मलाड के एक कॉल सेंटर में साथ नौकरी करते थे। जान-पहचान हुई और कुछ दिनों बाद प्यार हो गया। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में एक साथ रहने लगे। जब श्रद्धा ने आफताब पर शादी के लिए दबाव डाला, तो शुरुआत में आफताब ने टालमटोल की और अंत में उसे जान से ही मार डाला।

रिपोर्ट के अनुसार, शादी का दबाव बढ़ने के बाद आफताब दिल्ली आया। फिर किसी बहाने से उसने श्रद्धा को भी दिल्ली बुला लिया। यहाँ पर भी दोनों साथ रहने लगे। पुलिस पूछताछ में आफ़ताब ने बताया कि 18 मई 2022 को उसका शादी को लेकर श्रद्धा से बहुत झगड़ा हुआ था। इसी दौरान उसने गुस्से में श्रद्धा को गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। बाद में सबूत मिटाने के लिए उसके शव के 35 टुकड़े किए और उसे दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में फेंक दिया। 18 दिन तक आधी रात को 2 बजे आफताब घर से निकल श्रद्धा के टुकड़े दिल्ली में इधर-उधर फेंकता रहा। श्रद्धा की हत्या के तकरीबन छह महीने बाद यह खुलासा हुआ और 12 नवंबर 2022 को आफताब को गिरफ्तार कर लिया गया।

जनता अगर जज होती, तो गोडसे 'निर्दोष' घोषित होते.., जस्टिस खोसला ने क्यों कही थी ये बात ?

अंग्रेज़ों के लिए दहशत का दूसरा नाम थे बिरसा मुंडा, भारतीय मानते हैं 'भगवान'

बदलेगा 'भारत जोड़ो यात्रा' का रूट ! दिल्ली में हुई कांग्रेस महासचिवों की बड़ी बैठक

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -