नई दिल्ली: श्रद्धा वॉकर के केस ने पूरे दुनिया में सनसनी मचा दी है। दिल्ली में हुए इस हत्याकांड ने हर किसी को हैरान किया हुआ है। श्रद्धा को मारने वाला आफताब पूनावाला इस समय पुलिस हिरासत में है और पुलिस को दिए शुरुआती जवाब में और अब के जवाब में फर्क होने की वजह से वो फंस गया। जी दरअसल अब उसके पास बचने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा है और इसी को ना देखकर उसने राज खोलने शुरू कर दिए हैं। जी हाँ और इस तरह श्रद्धा मर्डर केस का हैरतअंगेज सच सामने आया। हाल ही में आफताब ने बताया कि उसने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर उसके 35 टुकड़े किए।
इसी के साथ उसने बताया कि कैसे उसने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फ्रिज में रखा और रोज एक-एक कर महरौली के जंगल में रात के वक्त फेंक कर सबूत मिटा रहा था। जी हाँ और इस छह महीने पुराने श्रद्धा मर्डर केस को सुलझाने में सबसे बड़ा रोल अगर किसी ने निभाया है तो वो श्रद्धा के अकाउंट से आफताब के अकाउंट में 54 हजार का ट्रांजेक्शन है। जी दरअसल श्रद्धा के अकाउंट से आफताब के अकाउंट में 54 हजार रुपए ट्रांसफर किए गए थे। ऐसे में अपनी शुरुआती पूछताछ में आफताब ने पुलिस को यही बताया था कि श्रद्धा उससे झगड़कर घर छोड़ गई और उसके बाद वो कहां गई, उसे नहीं पता। ऐसे में सवाल है कि जब श्रद्धा झगड़ा कर घर से चली गई थी, तब वह आखिर क्यों आफताब के अकाउंट में अपने पैसे ट्रांसफर करेगी? जी हाँ, इसका मतलब है कि श्रद्धा की हत्या के बाद जिस तरह आफताब उसका इंस्टाग्राम अकाउंट ऑपरेट कर रहा था, उसी तरह वह उसका बैंक अकाउंट भी ऑपरेट कर रहा था। इसका मतलब है उसे श्रद्धा का पासवर्ड पता था और यही वजह है कि वह श्रद्धा के अकाउंट से अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर पा रहा था।
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26 अक्टूबर को वसई पुलिस ने पहली बार आफताब का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया। जी दरअसल आफताब ने बताया 14 मई को श्रद्धा और आफताब मुंबई से दिल्ली आकर छत्तरपुर के घर में शिफ्ट हुए। इसी के साथ आफताब ने बताया कि 22 मई को झगड़ा हुआ और श्रद्धा अपना फोन लेकर चली गई। 26 मई को श्रद्धा का फोन बंद हो गया। लेकिन 22 से 26 मई के दौरान श्रद्धा के अकाउंट से आफताब के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए थे। फोन का लोकेशन भी छत्तरपुर ही बता रहा था। जी हाँ और यहां सबसे पहले यह झूठ पकड़ में आ गया कि अगर श्रद्धा अपना फोन ले गई थी तो उसके फोन का लोकेशन छत्तरपुर क्यों दिखा रहा था?
इसी के साथ श्रद्धा के खाते से आफताब के अकाउंट में 54 हजार ट्रांसफर हुए थे। ऐसे में 11 नवंबर को जब वसई पुलिस और दिल्ली पुलिस ने मिलकर आफताब से पूछताछ की तब आफताब ने बताया कि उसे श्रद्धा का पासवर्ड मालूम था और उसी ने पैसे ट्रांसफर किए हैं। इसी के साथ जब वसई पुलिस आफताब के बताए ठिकाने, उसके दिल्ली के पते और लोकेशन पर पहुंची थी तो वहां के हालात देखकर शक और बढ़ गया। आफताब पुलिस को भ्रमित करने की कोशिशों में लगा हुआ था और कुछ भी सही नहीं बता रहा था। हालाँकि अब आफताब ने सब सच खोला है और उसे जरा भी अफ़सोस नहीं है।
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