महेश्वर लक्ष्मी मेमोरियल फाउंडेशन एक ऐसा एनजीओ है जो समाजिक कार्यों को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है। उत्तर भारतीय कच्छ सेवा समाज के प्रांगण में नवनिर्मित भवन के प्रथम तल पर दानदाता श्री अनिल सिन्हा जी के पिता जी ब्रम्हलीन महेश्वर प्रसाद जी एवं माता लक्ष्मी देवी जी की तस्वीर हॉल के अंदर स्थापित किया गया है।
डॉ.अनिल कुमार द्वारा स्थापित महेश्वर लक्ष्मी मेमोरियल फाउंडेशन कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। ये फाउंडेशन शारीरिक रूप से विकलांग लोगों को स्व-विकास पाठ्यक्रम, नौकरी के अवसर, वित्तीय सहायता, विशेष खेल प्रशिक्षण और यहां तक कि, उपकरण प्रदान करके सशक्त बनाना है जो उन्हें स्वतंत्र रूप से जीने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, डॉ. अनिल कुमार शिक्षा के मूल्य को भी समझते हैं, यही वजह है कि, एनजीओ वंचित महिला छात्रों को मुफ्त कंप्यूटर शिक्षा पाठ्यक्रम प्रदान करता है जो क्षेत्र विशेषज्ञों से प्रशिक्षण प्राप्त कराया जाता हैं। ये पाठ्यक्रम न केवल सैद्धांतिक हैं, बल्कि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण भी मिलता है और प्रशिक्षक यह सुनिश्चित करते हैं कि छात्रों को कंप्यूटर का सर्वोत्तम ज्ञान प्राप्त हो जिससे कि, उन्हें बेहतर करियर में मौका मिल सके। इस पाठ्यक्रम का अंतिम लक्ष्य इस डिजिटल दुनिया में प्रत्येक छात्र को कंप्यूटर में कुशल बनाना है।
एनजीओ महेश्वर लक्ष्मी मेमोरियल फाउंडेशन उन परिवारों का समर्थन करने के लिए काम करता है जो शादी का खर्च वहन नहीं कर सकते। सारा खर्च डॉ. अनिल कुमार स्वयं उठाते हैं। सरकार भी इसी तरह प्रति जोड़े को अपना नया सफर शुरू करने के लिए 51,000 रुपये देकर अपना योगदान देती है। इसके अलावा एनजीओ जियोदया अस्पताल के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भी काम कर रहा है। वहां वे मुफ्त स्वास्थ्य जांच और चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में चिकित्सा शिविर आयोजित करते हैं। इन शिविरों की मदद से, गैर सरकारी संगठन महेश्वर लक्ष्मी मेमोरियल फाउंडेशन यह सुनिश्चित करता है कि, लोगों को सही समय पर स्वास्थ्य सेवा मिले, और एक छोटी सी स्वास्थ्य समस्या गंभीर होने से पहले ही डॉक्टर को दिखा लिया जाए।
इसके अलावा, जब भी कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो एनजीओ काम करता है। वैश्विक महामारी के समय में भी महेश्वर लक्ष्मी मेमोरियल फाउंडेशन ने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को पूरक बनाकर, कोविड-19 से निपटने के लिए स्वच्छता, पीपीई किट, दस्ताने और हैंड सैनिटाइज़र की आपूर्ति करके और बड़े पैमाने पर समाज का समर्थन करके फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का मदद किया। उन्होंने लोगों को डॉक्टरों के नुस्खे, लक्षणों और लैब रिपोर्ट के आधार पर दवाएं भी प्रदान कीं।
इसके अलावा गुजरात में, उन्होंने एक ऑक्सीजन बैंक खोला जहां जरूरतमंदों के लिए मुफ्त में ऑक्सीजन सिलेंडर भरने की व्यवस्था है। यहां तक कि जब बिहार भारी बाढ़ की चपेट में था, तब भी एनजीओ ने राज्यभर में राहत शिविरों का निर्माण किया, जिससे प्रभावित लोगों को अस्थायी आश्रय प्रदान किया गया। एनजीओ की टीम ने सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण में अल्पसंख्यक समुदायों को राशन भी वितरित किया। यही वजह थी कि, हाल ही में डॉ. अनिल कुमार को विज्ञान भवन में आयोजित प्रतिष्ठित डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंस्पिरेशन अवार्ड्स 2023 में गेस्ट ऑफ ऑनर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
परोपकारी होने के साथ-साथ डॉ. अनिल कुमार एक जाने-माने उद्यमी भी हैं। उनकी कंपनी, अंकिता ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ एक अंतरराष्ट्रीय उद्यम है जो विभिन्न कृषि उत्पादों, स्वास्थ्य देखभाल और किराना उत्पादों का उत्पादन, निर्यात और आयात करती है। उनके दूरदर्शिता के कारण व्यवसाय वैश्विक स्तर तक पहुंच गया है। डॉ. अनिल कुमार इस बात का एक बड़ा उदाहरण हैं कि, कोई व्यक्ति दूसरों की भलाई के लिए नि:स्वार्थ भाव से कैसे काम कर सकता है। वह जो काम करते हैं वह कई लोगों के लिए प्रेरणा की तरह है।
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