श्रीलंका में बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन से 90 से अधिक मौतें, PM मोदी ने जताया दुख

श्रीलंका में बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन से 90 से अधिक मौतें, PM  मोदी ने जताया दुख
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कोलंबो। श्रीलंका में तेज़ बारिश से प्राकृतिक आपदा आ गई है। दरअसल बारिश से बाढ़ और भूस्खलन का खतरा पैदा हो गया। ऐसे में 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 110 लोग लापता हो गए। जोरदार बारिश के कारण पश्चिमी और दक्षिणी प्रांत के सबारागामुवा में 2811 परिवारों के कुल 7856 लोग प्रभावित हुए हैं कालूतारा जिला सचिवालय के फील्ड अफसर ने कहा कि सिर्फ इसी जिले से 38 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है।

बाढ़ के कारण करीब 7 जिलों में 20 हजार से भी अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग प्रमुख आरएस जयशेखर ने बताया कि मॉनसून के दौर में बारिश बहुत अधिक हुई है लेकिन अगले कुछ दिनों में और अधिक बारिश होने की उम्मीद है बारिश के 30 मई को फिर से तेज होने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि कलुतारा में भूस्खलन से और रत्नापुरा जिले में बाढ़ से ज्यादातर लोग मारे गए हैं। आपदा के बाद राहत के इंतजाम किए जा रहे हैं।

लोगों को वायुसेना और नौसेना द्वारा निकाला जा रहा है। मदद के लिए हेलिकाॅप्टर्स व नौकाओं की सहायता ली जा रही है। दूसरी ओर आपदा प्रबंधन केंद्र डीएमसी के उप मंत्री दुनेश गनकानदा ने कहा कि उन्होंने 1970 के दशक के बाद से जबरदस्त बारिश देखी हम कुछ इलाकों में राहत कार्य कर रहे हैं जबकि हम प्रभावित इलाकों में कुछ मकानों तक नहीं पहुंच सकते हैं। मिली जानकारी के अनुसार गनकानदा ने कहा कि सरकार द्वारा राहत कार्य हेतु अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मदद लिए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

आपदा प्रबंधन को लेकर यह भी माना जा रहा है कि भारत का एनडीआरएफ प्रभावितों की मदद के लिए श्रीलंका पहुंच सकता है। यह आपदा दक्षिण पश्चिम माॅनसून से आई। हालात ये हैं कि प्रभावित क्षेत्रों में 600 मिलीमीटर तक बारिश हो गई है। कई स्थानों पर बाढ़ के कारण फसलें नष्ट होने की आशंका है। माना जा रहा है कि वनों की कटाई के कारण तेज़ बारिश के दौर में भूस्खलन हो गया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका में आई बाढ़ को लेकर कहा है कि भारत जलपोत और राहत सामग्री भेज रहा है। वह इस समय श्रीलंका के साथ है।

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