हिन्दू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि श्रीमद्भागवत का पाठ करने से पुण्य मिलता है और पापों का नाश होता है.भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित अनेक ग्रंथों व पुराणों में श्रीमद्भागवत को सबसे सटीक माना गया है. लेकिन वर्तमान में सभी लोगों के पास समय का अभाव होने से भागवत पढ़ने का समय किसी के पास नहीं रहता.हालाँकि श्रीमद्भागवत का पाठ रोज करने से पापों का नाश होता है. अगर आपके पास समय नहीं है तो नीचे लिखे सिर्फ एक मंत्र को पढ़ने से भी आपको संपूर्ण श्रीमद्भागवत पढ़ने का फल मिल सकता है. इस मंत्र को एक श्लोकी भागवत कहा गया है .
पूजन विधि : सबसे पहले सुबह जल्दी नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर कुश के आसन पर बैठें. फिर भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करें. भगवान श्रीकृष्ण के चित्र के सामने आसन लगाकर तुलसी की माला लेकर नीचे दिए मंत्र का जाप करें. प्रतिदिन पांच माला जाप करने से हर परेशानी खत्म होती है. यदि रोज एक ही समय पर, एक ही आसन पर बैठकर और एक ही माला से मंत्र जाप किया जाए तो यह मंत्र जल्दी सिद्ध हो सकता है. इस मंत्र के जाप से संपूर्ण श्रीमद्भागवत पढ़ने का फल मिलता है.मंत्र इस प्रकार है
मंत्र : आदौ देवकी देव गर्भजननं, गोपी गृहे वद्र्धनम्। माया पूज निकासु ताप हरणं गौवद्र्धनोधरणम्।।
कंसच्छेदनं कौरवादिहननं, कुंतीसुपाजालनम्। एतद् श्रीमद्भागवतम् पुराण कथितं श्रीकृष्ण लीलामृतम्।।
अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्ण:दामोदरं वासुदेवं हरे। श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं जानकी नायकं रामचन्द्रं भजे।।
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