नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लारेंस बिश्नोई को मानसा पुलिस अपनी हिरासत में लेगी। मूसेवाला की हत्या में 6-7 हमलावर थे, 3 हमलावरों की शिनाख्त हो गई है। जबकि कनाडा में बैठे गोल्डी बरार के लिए पंजाब पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों की मदद ले रही है। हाल ही में दाखिल की गई एक याचिका में कहा गया था कि लॉरेंस की हिरासत पंजाब या फिर दूसरे राज्य की पुलिस को न दी जाए। मगर, बिश्नोई ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल अपनी वह याचिका वापस ले ली, जिसमें उसने पंजाब पुलिस द्वारा 'फर्जी एनकाउंटर' की आशंका के चलते जरूरी सुरक्षा देने का अनुरोध किया था।
शुरुआत में उसके वकील ने जज स्वर्ण कांता शर्मा से कहा कि बिश्नोई याचिका वापस लेना चाहता है और इसे पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के समक्ष दाखिल करना चाहता है। कोर्ट ने कहा कि, 'याचिका वापस लिए जाने के चलते खारिज की जाती है।' मूसेवाला के क़त्ल की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के कनाडा में स्थित साथी गोल्डी बरार ने ली थी। इससे तिहाड़ जेल में कैद लॉरेंस बिश्नोई को डर सताने लगा कि कहीं पुलिस उसे एनकाउंटर में मार सकती है। लॉरेंस ने पटियाला कोर्ट के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था।
बता दें कि पहले लॉरेंस बिश्नोई के वकील ने याचिका दाखिल करते हुए गुजारिश की थी कि उसे पंजाब पुलिस की हिरासत में न भेजा जाए। क्योंकि पंजाब पुलिस उसका एनकाउंटर कर सकती है। बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। दिल्ली पुलिस की विशेष टीम ने इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ कर उसके बैरक की चेकिंग की थी। हालांकि पुलिस को बैरक से कुछ नहीं मिला।
सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद बढ़ाई गई मीका सिंह की सुरक्षा, जानिए क्या है कनेक्शन?
इस राज्य में सक्रीय है लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह! गायक मूसेवाला की हत्या के बाद सतर्क हुई पुलिस