नई दिल्ली. देश का पहला आर्गेनिक राज्य सिक्किम अब एक मिसाल बन गया है. कृषि सचिव एस के पटनायक ने आज कहा कि पूर्णतया जैविक खेती वाले राज्य सिक्किम को जैविक उत्पादन करने में बाकी राज्यों का मार्गदर्शन करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बढ़ते शहरीकरण के साथ सिक्किम प्रदेश सहकारी आपूर्ति एवं विपणन महासंघ को शहरों को जैविक उत्पादों के विपणन का केन्द्र बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादों का विपणन 20 वर्ष पहले मुश्किल था. सचिव ने सुझााव दिया, सिक्किम प्रदेश में उत्पादित जैविक इलायची, हल्दी, अदरख और गेहूं का ही केवल विपणन करता है. उसे जैविक उत्पादों के विपणन में बाकी राज्यों की भी अगुवाई करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सिक्किम ने बाकी देश को जैविक खेती के मामले में रास्ता दिखाया है. पटनायक ने कहा कि अब यह जनांदोलन बन गया है. इतना कि प्रमुख सहकारी उर्वरक कंपनी इफको जैविक उत्पादों के विपणन के लिए साझोदारी का काम कर रही है.
बता दे कि जैविक उत्पादों की दुनियाभर में भारी मांग है. बाजार में इन्हें अच्छी कीमत मिलती है. स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूक लोगों में इन उत्पादों को काफी पसंद किया जाता है. सिक्किम में करीब 80 हजार टन कृषि उत्पादों का उत्पादन होता है. जबकि देश में कुल जैविक कृषि उत्पादन 12.40 लाख टन है. देश में मात्र 7.23 लाख हैक्टेयर में जैविक खेती हो रही है. मिजोरम, केरल और अरुणाचल जैसे अन्य राज्य भी जैविक तरीका अपनाने की ओर अग्रसर हैं.
प्रद्युमन मर्डर केस में अब हरियाणा पुलिस ने दी सफाई
दिल्ली की धुंध में कौनसा खरीदें एयर प्यूरिफायर
निर्भया रेप कांडः दोषी मुकेश ने SC से लगाई गुहार