रोहतक : भिवानी की एक छात्रा के साथ बीते तीन सालों में दूसरी बार सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है। बुधवार को रोहतक के एडीजीपी मोहम्मद अकील पीड़िता से मिलने पहुंचे। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। जिसे 90 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।
इस मामले में एडीजीपी का कहना है कि वो पीड़िता और आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराएंगे। मंगलवार को सदन में भी इस मामले को जोर-शोर से उठाया गया। शून्यकाल में इस मामले को कांग्रेस की सांसद रंजीता यादव ने उठाया। रंजीता ने कहा कि हम कितने ही कानून क्यों न बना लें, लेकिन महिलाओं को न्याय नहीं मिलेगा।
उन्होने आरोपियों को सख्त सजा देने की भी मांग की। दूसरी ओर राज्य महिला आयोगव राज्य की एससी, एसटी आयोग ने भी पीड़िता से मुलाकात की। आयोग ने पुलिस से मामले की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। बाद में मामला गरमाया तो दोपहर बाद दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री संदीप कुमार और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर पीड़िता से मिलने पहुंचे।
उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि इस मामले में उन पर दबाव बनाया जा रहा था कि यदि मामला वापस नहीं लिया तो दोबारा से घटना को अंजाम दिया जा सकता है। उनका आरोप है कि पुलिस ने ही शुरु से कार्रवाई ढंग से नहीं की। इस मामले में पुलिस का कहना है कि छात्रा के परिजनों ने थाना शहर भिवानी में अक्टूबर 2013 में अज्ञात व्यक्तियों पर एफआईआर संख्या 787/2013 भी दर्ज कराई थी।
तब लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत बयान दिया कि वह चंडीगढ़ गई थी और किसी ने उसका अपहरण नहीं किया था। कुछ दिनों बाद परिजनों ने कहा कि लड़की दूसरा बयान देना चाहती है, तब पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसे बिट्टू ने लिफ्ट दी और फिर अंजान जगह ले गया। वहां उसने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर रेप किया।
इसके बाद परिवार ने पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट में याचिका दायर कीष इसी बीच आरोपी को ढाई माह पहले ही बेल पर रिहा किया गया। जब कि अन्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत न मिलने के कारण उन्हें चोड़ दिया गया। अब दोबारा से पीड़िता ने बिट्टू व चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।