आप सभी को बता दें कि आज सीता नवमी है. ऐसे में आज के दिन माता जानकी की पूजा करते है जिससे सुहागिनों को सुहाग के साथ माँ सीता की तरह संतान प्राप्ति का वरदान भी मिलता है. कहा जाता है इस दिन दिया गया दान कन्या दान और चारधाम की यात्रा के समान माना जाता है इस दिन व्रत करने से माँ सीता अपने भक्तो को धन, स्वास्थ्य, बुद्धि और समृद्धि प्रदान करती हैं. इसी के साथ ऐसा कहते हैं कि माता सीता के स्वरूप सूर्य, अग्नि और चंद्र माने जाते हैं चंद्र कि किरणें इस दिन विशेष औषधिय गुणों के साथ धरती पर उतरती हैं और यही वजह है कि ये किरणें सीता नवमी के दिन प्राणदायनी और आरोग्यवर्धक होती है. कहते हैं आज के दिन ही माँ सीता और श्री राम की पूजा के साथ चंद्र देव की पूजा भी करनी चाहिए क्योंकि इस दिन चंद्र की किरणे विशेष औषधीय गुणों के साथ धरती पर उतरती है.
वहीं सीता नवमी के दिन माँ सीता की पूजा सोलह श्रृंगार के साथ करे माता को लाल और पिले फूल अर्पित करे इसके साथ ही लाल रंग की साड़ी भी अर्पित करे इससे आपके सुहाग की रक्षा होगी. इसी के साथ अमर सुहाग पाने के लिए इस दिन सुहाग के समान का दान करे और संतान प्राप्ति के लिए सीता स्रोत का पाठ करें. इसी के साथ सीता नवमी के दिन माँ सीता और श्री राम के सामने घी या तेल का दीपक जलाये इसके बाद माता सीता को सिंदूर का तिलक लगाए और भगवान को रोली का का तिलक लगाए. अब इसके बाद चावल, धूप, दीप, लाल फूल चढ़ा कर चरण स्पर्श करें इसके भोग लगा दें और इन दो मंत्रो का जाप करे.
ॐ श्रीसीताये नमः ।।
और
'श्रीसीता-रामाय नमः।।
आज बहुत बड़ा नुकसान कर रहा है आपका इंतज़ार, रहे बचकर