सीताफल खाने में बहुत ही टेस्टी होता है और हर कोई इसे खाना पसंद करता है. आपको बता दें, जितना ये फायदेमंद होता है उतना ही फायदे करते हैं उसके बीच. जी हाँ, इसके बीज रोगों से लड़े की क्षमता बढ़ाते है. इसके सेवन से कैंसर और डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है. आज इसी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिससे आप भी सीताफल खाना शुरू कर देंगे.
दरसल, सीताफल के बीज पर किए गए शोध को विदेशों में भी सराहा गया है. शोध के आधार पर दवा तैयार करने पर भी जोर दिया गया है. बिलासपुर विश्वविद्यालय के माइक्रो बॉयोलाजी और बॉयो-इन्फॉरमेरिक्स विभाग के अध्यक्ष डॉ. के. कलाधर की मानें तो शोध के परिणाम को पेटेंट कराने का प्रयास किया जा रहा है.इसके बाद दवा बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के पेंड्रा, अंबिकापुर, कांकेर और रायपुर के कुछ सीताफलों के बगीचों से लाए गए बीजों पर शोध किया गया. सबसे पहले शोध का परिणाम आंध्र प्रदेश के गीतम विश्वविद्यालय को भेजा गया. इसके बाद क्रोएशिया में इस पर सम्मेलन भी हुआ. इसमें देश-विदेश के 20 से अधिक विशेषज्ञ मौजूद थे.
सभी ने इस ध की सराहना की और शोध के आधार पर दवा तैयार करने पर जोर दिया. शोध के दौरान ही सीताफल के बीज के चमत्कारिक गुणों का पता चला है. सीताफल के बीज में कई गुण है. इसमें प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन-सी बहुत अधिक मात्रा में है. विटामिन-सी से शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है. यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है, इसमें विटामिन-बी भी होता है.
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