नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में NDA को जीत मिली है। ऐसे में इस जीत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोविड-19 महामारी और अर्थव्यवस्था से निपटने के अपनी सरकार के कदमों से जोड़े जाने से माकपा (सीपीआईएम) नाखुश है। नाखुश होने का बाद उन्होंने एक बयान दिया है जिसमे माकपा ने कहा कि, 'एनडीए को महागठबंधन से महज 0.03 प्रतिशत वोट अधिक मिले हैं। वाम दल बिहार में महागठबंधन का हिस्सा थे। चुनाव में भाकपा, माकपा और भाकपा (माले) 29 सीटों पर मैदान में थीं, जिनमें से उन्होंने 16 पर जीत दर्ज की है।'
जी दरअसल माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने कहा है कि, 'प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े शानदार तरीके से जीत को महामारी और अर्थव्यवस्था से निपटने के अपनी सरकार के कदमों के प्रति लोगों का समर्थन करार दिया है। बीजेपी, एनडीए और महागठबंधन के बीच महज 0.03 प्रतिशत व 3.14 करोड़ मतदाताओं में से केवल 12,768 अधिक मतों का अंतर है।' जी दरअसल PM मोदी ने बुधवार को बीजेपी मुख्यालय में कहा कि 'उनकी सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान ऐसे समय कई सुधार और लोगों के लिए कई कल्याणकारी पहल शुरू कीं, जब कई देशों में वायरस के प्रसार के चलते स्थिति चरमरा गई।'
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि, 'महामारी के दौरान बीजेपी का सुशासन का मॉडल स्पष्ट रूप से दिखा और पार्टी को मिला लोगों का मत उनकी सरकार के कदमों को जनता का समर्थन है।' इसी को देखकर येचुरी ने ट्वीट कर लिखा, ''बिहार में मोदी का हर भाषण सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने पर केंद्रित था। महामारी से गलत तरीके से निपटने की वजह से लोगों के दुख का कोई जिक्र नहीं किया। अब वह लोगों के समर्थन का दावा कर रहे हैं।'' इसी के साथ उन्होंने सरकार पर देश की संपत्ति को लूटने का भी आरोप लगाया है।
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