बीजापुरः सरकार और पुलिस प्रशासन को एक बड़ी कामयाबी मिला है। लाल आतंक से प्रभावित छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में छह इनामी नक्सलियों ने सरकार के सामने सरेंडर किया है। सरकार द्वारा नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान बस्तर में आईजी विवेकानंद सिन्हा के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। इनमें नक्सलियों का प्लाटून कमांडर और एक डिप्टी कमांडर सहित दो महिला नक्सली शामिल हैं। इन नक्सलियों पर 19 लाख रुपये का इनाम सरकार ने घोषित किया था।
यह नक्सली बीजापुर जिले के फरसेगढ़ और नेलसनार क्षेत्र में सक्रिय थे। नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए नक्सलियों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने इस बात की जानकारी दी। इसी क्रम में माड़ डिविजन में नक्सलियों की कंपनी नंबर 1 के प्लाटून कमांडर दिलीप वड्डे उर्फ चिन्ना ने एके 47 रायफल के साथ थाने पहुंच कर आत्मसमर्पण किया। इनपर आठ लाख रुपये का इनाम था।
दिलीप उर्फ चिन्ना साल 2003 से नक्सल संगठन में सक्रिय था और गीदम थाने में लूटपाट, कोरापुट ओडिशा में पुलिस लाइन में लूटपाट, जिला नारायणपुर के धौड़ाई थाने में लूट की घटना, पुलिस पार्टी पर अलग-अलग जगह एंबूश लगाकर हमला करने जैसी घटनाओं में वह शामिल था। उसके अलावा मड़कम बंडी उर्फ बण्डू भी माड़ डिविजन में सक्रिय था, जिसने एसएलआर रायफल के साथ आत्मसमर्पण किया।
वह नक्सल संगठन में डिप्टी कमांडर के ओहदे पर काम कर रहा था और उसपर शासन की ओर से आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह साल 2010 से नक्सल संगठन में सक्रिय था और देशी रॉकेट लांचर में विशेषज्ञ है। बता दें कि बीते दिनों नक्सलियों ने राज्य में कई हिंसक वारदातों को अंजाम दिया है।
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