भारत में ऐसी कई कारें लांच हुई लेकिन ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई और मार्केट से गायब हो गई. आज हम आपको ऐसी सुपर फ्लॉप कारों के बारे में बताने जा रहे है जो मार्केट में धमाकेदार तरीके से लांच की गई थी लेकिन अब देखने को नहीं मिलती है कम्पनी ने बंद कर दी है. दरअसल कई बार अच्छी कारें दूसरी वजहों जैसे ज्यादा कीमत, ख़राब मार्केटिंग या मार्केट के अनुकूल नहीं होने के कारण फ्लॉप हो जाती है.
यहाँ हम आपको ऐसी ही कुछ कारों के बारे में बता रहे है जिन्होंने कंपनियों की ओर से 2 से 3 साल के भीतर ही बंद करना पड़ा. आइये जानते है वो कौन सी कारें है जो भर्ती बाजार में फ्लॉप रही और उनको बंद करना पड़ा-
-ओपल वेक्ट्रा (2003 -2005)
इस कार का शानदार लुक होने के बावजूद यह भारत में फ़ैल हो गई. यह कार सीबीयू रुट से भारत में बेचीं जा रही थी इस वजह से इसकी कीमत काफी ज्यादा थी.
-शेवरले एसआरवी (2006 -2009)
शेवरले की ये कार भी काफी अच्छी थी जयभारत में फ़ैल हो गई, इसके पीछे कारण बताया जाता है कि यह देश कि पहली हैचबैक कार थी जो 100 बीएचपी कि पावर देती थी.
-Peugeot 309 (1994 -1997)
यह कार काफी पसंद कि गई थी लेकिन ख़राब सर्विस और कमजोर डीलर नेटवर्क कि वजह से यह ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई.
महिंद्रा क्वांटो (2012 -2014)
महिंद्रा कि ये कार भी जबरदस्त तरीके से लांच की गई थी लेकिन दो साल में इस कार को बंद कर दिया गया.
सुजुकी किजाशी (2011 -2014)
सुजुकी कम्पनी की ये कार भी भारत के लोगो को नहीं पसंद आई जिसकी कई वजह भी बताई गई लेकिन अब ये कार बाजार में नहीं है.
फोर्ड फ्यूज़न (2006 -2010)
फोर्ड की ये कार 2006 में भारत में लांच की गई थी लेकिन इसके अच्छे रेस्पोंस नहीं मिलने के कारण कम्पनी ने इस कार को 2010 में बंद कर दिया.
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